Edited By Isha, Updated: 13 Mar, 2021 03:39 PM
झज्जर गुरूकुल के स्थापना दिवस कार्यक्रम में एक बार फिर भाजपा व जेजेपी के नेताओं का विरोध करने के लिए किसानों ने शनिवार को गुरूकुल के बाहर अपना तंबू गाड़ दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा और जेजेपी के नेताओं को किसानों के विरोध को देखते हुए अपना
झज्जर(प्रवीण धनखड़): झज्जर गुरूकुल के स्थापना दिवस कार्यक्रम में एक बार फिर भाजपा व जेजेपी के नेताओं का विरोध करने के लिए किसानों ने शनिवार को गुरूकुल के बाहर अपना तंबू गाड़ दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा और जेजेपी के नेताओं को किसानों के विरोध को देखते हुए अपना यहां आने का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। किसानों ने विरोध की पहले से ही तैयारी कर रखी थी। कार्यक्रम स्थल के थोड़ी ही दूरी पर किसानों ने शुक्रवार को हीं बकायदा टैंट लगवाने के साथ-साथ क्षेत्र में भी किसानों को विरोध के लिए काफी संख्या में जुटने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया गया था। मामले की गंभीरता को भांपते हुए गुरूकुल झज्जर के कार्यक्रम प्रबन्धन ने भी अपने कार्यक्रम में बदलाव किया और कार्यक्रम को केवल विद्वजन के आमंत्रण तक ही सीमित कर दिया।
काफी संख्या में क्षेत्र के किसान यहां शनिवार को ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर पहुंचे भी। लेकिन भाजपा व जेजेपी नेताओं के यहा आने का कार्यक्रम स्थगित होने के चलते किसानों ने केवल बाहर धरना देकर व भाषणबाजी कर ही अपना विरोध जताया। काफी किसान यहां अपने सिर पर काली पगड़ी बांधकर पहुंचे थे। सिलानी की चाहार खाप व बादली क्षेत्र की गुलिया खाप से जुड़े पदाधिकारी भी यहां पर पहुंचे और उन्होंने यहां एकत्रित हुए किसानों के साथ धरनास्थल पर बैठकर भाजपा व जेजेपी नेताओं का विरोध जताया। परिणाम यह रहा कि गुरूकुल झज्जर के अंदर स्थापना दिवस पर भजनोपदेश का कार्यक्रम चलता रहा और बाहर किसान धरना देकर अपना विरोध जताते रहे।
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