Edited By Deepak Paul, Updated: 03 Jun, 2018 10:18 AM
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पंकज पुनिया ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार किसानों को दोनो हाथो से लूट रही है। दोनो सरकारों का किसानों की आमदनी बढ़ाने का दावा झूठा साबित हो रहा है। सरकार ने भावान्तर योजना के नाम पर किसानों को बेवकूफ बनाया...
करनाल: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पंकज पुनिया ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार किसानों को दोनो हाथो से लूट रही है। दोनो सरकारों का किसानों की आमदनी बढ़ाने का दावा झूठा साबित हो रहा है। सरकार ने भावान्तर योजना के नाम पर किसानों को बेवकूफ बनाया है। आखिरकार किसान को कब भाव का अन्तर मिलेगा। जिस किसान ने हजारों रुपए खर्च कर सब्जियां उगाई। यदि उन्हीं फसलों को नष्ट करने के लिए किसानों को ट्रैक्टर चलाना पड़े तो इससे बड़े दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है।
पहले किसान चने में पीटा, फिर गेहूं में, अब किसान सब्जियों में पिट रहा है। सरकार सब्जियों को खरीदने की व्यवस्था क्यों नहीं करती। करनाल में किसान को 2 रुपए किलो टमाटर क्यों बेचना पड़ा। सरकारी एजैंसियों ने 4 रुपए प्रति किलो टमाटर क्यों नहीं खरीदा। सरकार सब्जियों का समर्थन मूल्य क्यों नहीं जारी करती। प्याज, खीरा और टमाटर को लेकर सी.एम सिटी का किसान परेशान और बेहाल है। सरकार गांव-गांव में क्यो नही कोल्ड स्टोरेज की चेन बनाती है। सरकारी एजैंसियों को भी टमाटर सहित अन्य सब्जियों की खरीद करनी चाहिए।
जिसे किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में किसानों को राहत देने के लिए लागू की गई भावान्तर योजना किसानों को राहत दिलाने में विफल साबित हो रही है। सरकार ने सब्जियों के गिरते भाव से किसानों को बचाने के लिए भावान्तर योजना लागू की है। जिसका उद्देश्य था कि सरकार किसान को भाव का अन्तर प्रदान करें। सरकार अपनी तरफ से सब्जियों के भाव तय करें। उसके आधार पर ही किसान को उसकी सब्जियों का भाव मिले। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जिन किसानों ने भावान्तर योजना के तहत अपनी सब्जियों का रजिस्ट्रेशन करवाया है। उन्हें भी भाव का अन्तर नहीं मिल रहा है। किसान दर-दर भटक रहा है।