Edited By Deepak Paul, Updated: 13 Oct, 2018 02:43 PM
भारत में शुरु हुए MeToo मूवमेंट का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। अब ये बोलिवुड से होकर राजनीति तक पहुंच चुका है। इस कैंपेन के बाद राजनीतिक व बॉलीवुड के कई दिग्गजों पर सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोप लग चुके हैं। इस मामले में हरियाणा विधानसभा स्पीकर...
यमुनानगर(सुमित अोबरॉय): भारत में शुरु हुए MeToo मूवमेंट का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। अब ये बॉलीवुड से होकर राजनीति तक पहुंच चुका है। इस कैंपेन के बाद राजनीतिक व बॉलीवुड के कई दिग्गजों पर सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप लग चुके हैं। इस मामले में हरियाणा विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना कहीं भी हो सकती हैं। कोई भी किसी की मजबूरी का फायदा उठाकर शोषण कर सकता है। लेकिन कई मामले झूठे भी हो सकते हैं। उनका कहना है कि पहले मामले की गहनता से जांच की जाए। उसके बाद जो दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। फिर चाहे व फिल्मकार हो या राजनीतिक से जुड़ा हो।
जानकारी के अनुसार 'मी टू' कैंपेन की शुरुआत हॉलीवुड से हुई थी। भारत में आते ही ये बालीवुड से शुरु हुअा और राजनीतिक तक पहुंच गया। सबसे पहले तनुश्री दत्ता ने नानपाटेकर पर इस बात के अारोप लगाए थे। सबसे पहले इसकी शुरुअात तनुश्रा दत्ता के नाना पाटेकर पर अारोपों के साथ की। अब इस कैंपन का असर बढ़ता जा रहा है जिसमें क्वीन फिल्म के डायरेक्टर रह चुके विकास बहल एआईबी के सीईओ तन्मय भट्ट अभिनेता रजत कपूर ,चेतन भगत, आलोक नाथ, केंद्रीयमंत्री एम जे अकबर कैलाश खैर सहित इन सभी हस्तियों के नाम अब तक सामने आ चुके हैं। वही सरकार भी 'मी टू' को लेकर एक्शन में आ गई है, सरकार का कहना है कि मामलों की जांच के लिए जल्द एक समीति बनाई जाएगी।