Edited By Deepak Paul, Updated: 02 Feb, 2019 07:11 PM
देश और प्रदेश में लोकसभा व विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रदेश के किसानों ने सरकार से 5 सालों का हिसाब मांगना शुरू कर दिया है...
कुरुक्षेत्र (विनोद): देश और प्रदेश में लोकसभा व विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रदेश के किसानों ने सरकार से 5 सालों का हिसाब मांगना शुरू कर दिया है। चुनावी माहौल में किसान संगठन सरकार से अपनी मांगे मानने के लिए दबाव बनाने में लगे हैं। इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने कुरुक्षेत्र के कस्बा पिपली अनाज मंडी में 3 फरवरी को किसान महापंचायत का आयोजन किया है।
प्रदेश भर के किसानों के साथ कई राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता इस पंचायत में भाग लेंगे और सरकार पर सरकार द्वारा किए गए वादों को लागू करने का दबाव बनाएंगे। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि सरकार पिछले लंबे समय से किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। किसानों द्वारा कई बार सरकार को जताया जा चुका है। लेकिन सरकार उनकी मांगों को दरकिनार करती नजर आई है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस चुनावी समय में भी किए वादोंको जल्द पूरा नहीं करती तो अबकी बार किसान भाजपा सरकार का विरोध करेंगे। साथ ही किसानों के नेता ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को केवल चुनावी जुमला बताया है और कहा कि इस पंचायत में अबकी बार किसान पिछली सभी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ेंगे।