Edited By Shivam, Updated: 04 Feb, 2019 02:10 AM
मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की बेटी ने पूरे देश में अपने जिले का नाम रोशन कर अपने परिजनों का मान बढ़ाया है। इस बेटी ने ऑॅल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ना केवल गोल्ड जीता, बल्कि बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी...
भिवानी(अशोक): मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की बेटी ने पूरे देश में अपने जिले का नाम रोशन कर अपने परिजनों का मान बढ़ाया है। इस बेटी ने ऑॅल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ना केवल गोल्ड जीता, बल्कि बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी जीता है। अपनी इस विजेता बेटी के भिवानी पहुंचने पर लोगों ने सिर आंखों पर बैठाया।
बता दें कि 27 जनवरी से एक फरवरी तक राजस्थान के उदयपुर में ऑॅल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इस चैंपियनशिप में भिवानी की बेटी जैसमिन ने अपनी प्रतिद्वंद्वी को 5-0 से वन साईड हराकर गोल्ड मैडल जीता। यही नहीं उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हे इस चैंपियनशिप में बेस्ट बॉक्सर का भी अवार्ड मिला।
अपनी इस लाड़ली के भिवानी पहुंचने पर परिजनों के साथ अन्य सैंकड़ों लोगों ने सिर-आंखों पर बैठाया। जैसमिन की इस बड़ी जीत पर उनका सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उनका फूल-मालाओं व नोटों की मालाओं के साथ सम्मान किया गया। हर कोई अपनी लाड़ली की उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा था। जैसमिन की जीत अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई।
गोल्ड विजेता जैसमिन ने बताया कि उसने 57 किलोग्राम भारवर्ग में जीत दर्ज की है। उन्होंने अपनी इस जीत का श्रेय अपने कोच व माता-पिता को दिया। जैसमिन ने बताया कि उसका सपना है कि एक दिन कड़ी मेहनत के बल पर ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डाले। जैसमिन ने कहा कि उनके परिवार ने उनके खेल में में कभी बाधा नहीं डाली, बल्कि हमेशा सहयोग किया। उसने कहा कि हर माता-पिता को अपनी बेटी की पढ़ाई व खेल में आगे बढऩा में सहयोग करना चाहिए।
वहीं जैसमिन की जीत पर उनके कोच सुनील फूले नहीं समा रहे। कोच सुनील का कहना है कि सरकार व फेडरेशन का सहयोग मिलता रहा तो ये बेटी रूकने वाली नहीं। उन्होंने कहा कि छोटी सी उम्र में लग्न व मेहनत से ये बेटी एक दिन ओलंपिक में मेडल जरूर लाएगी।