Edited By Shivam, Updated: 15 Aug, 2020 01:46 PM
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर के पृथला गांव में एक पौधारोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जिस रास्ते से मंत्री जी को गुजरने था उस रास्ते में ग्रामीणों द्वारा इकट्ठा किया गया हजारों टन कचरा पड़ा हुआ था। ग्राम पंचायत ने उस गन्दगी को...
पलवल (दिनेश): प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर के पृथला गांव में एक पौधारोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जिस रास्ते से मंत्री जी को गुजरने था उस रास्ते में ग्रामीणों द्वारा इकट्ठा किया गया हजारों टन कचरा पड़ा हुआ था। ग्राम पंचायत ने उस गन्दगी को सफाई करने के बजाए मंत्री जी के गांव में पहुंचने से पहले ग्राम पंचायत ने कचरे को तालाब में डलवा दिया। जिससे माननीय उच्चतम न्यायालय के तालाबों को संरक्षित करने के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई साथ ही प्रदेश सरकार की मंशा का भी उल्लंघन करने का काम किया है।
बता दें कि हरियाणा प्रदेश सरकार ने हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की स्थापना के लिए हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण अध्यादेश, 2018 लागू किया है जो राज्य में अधिसूचित वन क्षेत्रों के बाहर स्थित सभी तालाबों, 0.5 एकड़ से कम क्षेत्र वाले और निजी भूमि पर स्थित तालाबों को छोड़कर, के विकास, संरक्षण, कायाकल्प, निर्माण और प्रबंधन, तालाब के पानी का उपयोग और इसके उपचार के लिए और सिंचाई के उद्देश्य के लिए सीवेज निस्सार उपचार संयंत्रों के उपचारित प्रवाह के प्रबंधन और उपयोग के क्षेत्र में कार्य करेगा। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा इस संबंध में जारी एक अधिसूचना के अनुसार मुख्यमंत्री इस प्राधिकरण के अध्यक्ष बनाए गए थे और सिंचाई एवं जल संसाधन के प्रभारी मंत्री और विकास एवं पंचायत के प्रभारी मंत्री इसके वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को कार्यकारी उपाध्यक्ष नियुक्त किया हुआ है।
गांव के तालाब में डाली जाने वाली गंदगी के बारे में ग्रामीणों से पूछे जाने पर उन्होंने इस बात का एतराज जताते हुए कहा कि पंचायत गांव के तालाब को साफ ही नहीं रखना चाहती। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि बड़े मंदिर वाले इस बड़े तालाब में ग्रामीणों ने पहले ही काफी कब्जा किया हुआ है।
इस संबध में गांव के सरपंच प्रतिनिधि सुनील पर कैमरे पर बोलने से मना करते हुए कहने लगे कि आज गांव में मंत्री का कार्यक्रम था और मंत्री जी की नजर गंदगी पर पड़ती तो उसका विपरीत प्रभाव पड़ता और पूरे गांव की बदनामी होती। इसकी वजह से उन्होंने रास्ते को साफ करने के लिए मजबूरी में डलवाना पड़ गया।