Edited By Manisha rana, Updated: 13 Apr, 2020 01:54 PM
वैसे तो प्रत्येक बैक ऑनलाइन सिस्टम के साथ अपने ग्राहकों को सुविधाएं मुहैया करवाते हैं। नैट बैंकिंग ने जहां बैंकों का कार्य बोझ कम किया है....
कुरुक्षेत्र (राणा) : वैसे तो प्रत्येक बैक ऑनलाइन सिस्टम के साथ अपने ग्राहकों को सुविधाएं मुहैया करवाते हैं। नैट बैंकिंग ने जहां बैंकों का कार्य बोझ कम किया है, वहीं ग्राहक भी घर या आफिस बैठे नैट बैंकिंग से लेने-देन आसानी कर सकते हैं लेकिन नैट बैंकिंग की सामने आई खामियां बैक कस्टमर को डरा सकती हैं। छोटी सी गलती भी कस्टमर पर भारी पड़ सकती है।ओ.बी.सी. शाखा उमरी के नाम से पंजाब नैशनल बैक में दर्ज हुए बैंक की ऐसी ही खामी सामने आई है जिसमें बैक के ऑनलाइन सिस्टम ने खाताधारी के खाते में 10 व 11 अप्रैल की एंट्री को तारीख आने से पहले ही 13 अप्रैल की तारीख में ऑनलाइन दिखाया है।
जब उपभोक्ता ने ओ.बी.सी. बैक के एप को चैक किया तो वह हैरान रह गया। उपभोक्ता सुदेश कुमार ने बताया कि उसका खाता उमरी की शाखा में है। गत 12 अप्रैल को उसने बैक के एप को देखा तो वह असमंजस में पड़ गया। एप पर उसके खाते की 10 व 11 अप्रैल की एंट्री को 13 अप्रैल में दिखाया गया। काफी देर तक उसकी समय में कुछ नहीं आया फिर परेशान होकर उसने एप का स्क्रीन शॉट लेकर शिकायत पत्र तैयार किया।
सुरेश कुमार का कहना है कि बैंक इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है। तारीख आने से पहले ही कोई बैंक एंट्री कैसे कर सकता है। उन्होंने बताया कि उनके खाते में 11 अप्रैल को 3000, 10 अप्रैल को 600 रुपए व 1200 रुपए की एंट्री शो होनी चाहिए थी जबकि उनकी एंट्री को 13 अप्रैल में दर्शाया गया है। जिसे बैंक की खामी कहें या लापरवाही। इस संबंध में बैक मुख्यालय को गम्भीरता से ध्यान देना चाहिए और जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
बैंक मैनेजर ने कहा हैदराबाद से आप्रेट होता है सिस्टम
उमरी शाख स्थित बैक मैनेजर राकेश गुप्ता ने कहा कि बैंक का ऑनलाइन सिस्टम हैदराबाद से ऑप्रेट किया जाता है। इस बारे में जांच की जाएगी। सोमवार को खाताधारी का खाता चैक करके पता लगाया जाएगा कि किस स्तर पर आने वाली तारीख में एंट्री की गई है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर बंैकों के ऑनलाइन सिस्टम में छुट्टी वाले दिन के ऑनलाइन लेन-देन की एंट्री अगली तारीख में की जाती है।