Edited By vinod kumar, Updated: 02 May, 2020 01:53 PM
देश और प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इससे बचने के लिए देश और प्रदेश की सरकारों ने लाॅकडाउन लगाया हुआ है। हरियाणा में उद्योग धंधे सब बंद पड़े है, जिसके कारण आर्थिक संकट का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे समय में पक्ष विपक्ष सभी प्रयास में लगे हैं। इस...
चंडीगड़ (धरणी): देश और प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इससे बचने के लिए देश और प्रदेश की सरकारों ने लाॅकडाउन लगाया हुआ है। हरियाणा में उद्योग धंधे सब बंद पड़े है, जिसके कारण आर्थिक संकट का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे समय में पक्ष विपक्ष सभी प्रयास में लगे हैं। इस संकट की घड़ी में जिसने दरियादिली और इंसानियत की मिसाल पेश की है वो हरियाणा की महम विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू।
बलराज कुंडु ने जिस तरह से इस महामारी में अपनी भूमिका निभाई है वो चर्चा का विषय है। अपनी विधानसभा में मास्क और सैनिटाइजर का वितरण हो, जरूरत मंद लोगों को राशन और दवाइयां देना हो, जिले के सफाईकर्मियों को राशन, नगद राशि देकर सम्मानित करना हो या पुलिस विभाग को उनकी सुरक्षा हेतु मास्क एवं सेनेटाइजर देना हो कुंडु ने हर कदम पर जिला प्रशासन से बढ़कर ही लोगों को मदद की।
इतना ही नही जींद बाईपास पर बने अपने फार्म हाउस को कुंडू ने शेल्टर होम में तब्दील कर दिया है जिसमें बहुत सारे प्रवासी मजदूर रह रहे है। इन्हें कपड़े, खाना, फल, दूध भरपूर मात्रा में मिल रहा है। बहुत सारे प्रवासी मजदूरों को कुंडू ने अपनी खुद की बसों से उनके घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ जिला भर के पुलिस विभाग को नाकों पर खाना और दवाइयां भी पहुंचाई।
कुंडू के फार्म हाउस की रसोई में प्रतिदिन लगभग 1500 लोगों के लिए खाना बनता है, जो भिन्न भिन्न जरूरत मंद लोगों को पहुंचाया जाता है। जहां हरियाणा के विधायकों ने मात्र एक माह केवल वेतन कोरोना रिलीफ फाउंड में दान किया। वहीं कुंडू ने पूरे एक वर्ष का वेतन और भत्तों के साथ 5 लाख का अतिरिक्त योगदान भी दिया। कुंडू ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए दूसरे विधायकों के लिए एक मिसाल पेश की है।