Edited By Deepak Paul, Updated: 22 Apr, 2018 09:18 AM
जनता अकाली दल की मीटिंग कमेटी चौक स्थित हरप्रीत सिंह नरूला के पेट्रोल पम्प पर जगदीश सिंह झींडा की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में जनता अकाली दल व हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जगदीश सिंह झींडा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि...
करनाल(ब्यूरो): जनता अकाली दल की मीटिंग कमेटी चौक स्थित हरप्रीत सिंह नरूला के पेट्रोल पम्प पर जगदीश सिंह झींडा की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में जनता अकाली दल व हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जगदीश सिंह झींडा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि भाजपा की शह पर सुखबीर बादल हरियाणा के सिखों को दो फाड़ करने की साजिश रच रहा है और आज तक प्रकाश सिंह बादल हरियाणा के सिखों को बेवकूफ बनाया।
इससे जनता अकाली दल व हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फैसला किया है कि जून में हरियाणा सिख पंथक एकता के नाम पर हरियाणा के सिखों को एक प्लेटफार्म पर इकट्ठा किया जाए, जिसमें न तो अकाली दल बादल न जनता अकाली दल न हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और न ही शिरोमणि प्रबंधक कमेटी का लैवल हो। हरियाणा के सिखों की खुशकिस्मती है कि हरियाणा की 4 लोकसभा सीट व 30 विधानसभा सीट पर हरियाणा के सिख निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। हरियाणा के सिखों से अपील है कि वह अपना राजनीतिक व धार्मिक भविष्य के लिए इकट्ठा होना चाहिए। यह आज समय की ही मांग है।
जबसे हरियाणा या पंजाब अलग प्रदेश बने हैं, आज तक हरियाणा के सिखों ने हमेशा अकाली दल बादल का साथ दिया है मगर प्रकाश सिंह बादल ने हमेशा हरियाणा के सिखों की पीठ में छुरा घोपने का काम किया है। चाहे व हरियाणा के पानी का मसला हो या चंडीगढ़ का मसला हो, गुरुद्वारों के मसला हो, चाहे पंजाबी बोलते इलाकों का मसला हो। आज अकाली दल बादल की किस मुंह से हरियाणा के लोगों से वोट की मांग करेंगे। उससे पहले हरियाणा के हकों की बात स्पष्ट करनी चाहिए,
क्योंकि हरियाणा व पंजाब के कुछ आपसी मसले सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं। झींडा ने कहा कि हमें हरियाणा के सिखों पर मान है कि आज राजनीतिक हालातों को देखते हुए हरियाणा के सिख एक मंच पर इकट्ठा होंगे और अपने राजनीतिक भविष्य के लिए इकट्ठा होना पड़ेगा व अपनी एकता की ताकत दिखाएं। इस अवसर पर जगदीश सिंह झींडा, हरप्रीत सिंह नरूला, हरभजन सिंह सराहां, अमनदीप सिंह, हरविन्द्र सिंह, रणजीत सिंह डाचर, अंग्रेज सिंह गुजरातिया, अमृतपाल सिंह और अमीर सिंह मल्ली मौजूद रहे।