Edited By Isha, Updated: 29 Feb, 2020 12:38 PM
पिल्लूखेड़ा रेल फाटक के पास अवैध अतिक्रमणकारियों ने खुद अवैध कब्जे हटाए। रेलवे विभाग ने इस सिलसिले में यहां कब्जे किए बैठे लोगों को नोटिस जारी किए थे और 29 फरवरी तक अतिक्रमण.....
पिल्लूखेड़ा (चांद) : पिल्लूखेड़ा रेल फाटक के पास अवैध अतिक्रमणकारियों ने खुद अवैध कब्जे हटाए। रेलवे विभाग ने इस सिलसिले में यहां कब्जे किए बैठे लोगों को नोटिस जारी किए थे और 29 फरवरी तक अतिक्रमण हटाने का समय दिया था। यहां पर यह लोग 25 सालों से अवैध रूप से दुकानदारी चला रहे थे। अतिक्रमण हटने से अब वाहन चालकों को खासा फायदा हुआ है। वीरवार को इन अतिक्रमणकारियों ने अवैध कब्जे हटाने का सिलसिला शुरू किया था, जो शुक्रवार को भी जारी रहा।
शुक्रवार को अवैध कब्जे हटाने से पिल्लूखेड़ा मंडी का गोहाना मोड़ और जामनी मोड़ अब खुला-खुला सा दिखने लगा है। अतिक्रमण हटाए जाने से पहले रेल फाटक के पास सदा जाम लगा रहता था। यह अवैध खोखा धारी रेलवे की जमीन पर कब्जा करके वाहन चालकों व आमजन के लिए सिर का दर्द बने हुए थे। रेलवे की जमीन पर लगभग 100 खोखाधारियों का अवैध कब्जा था। गौरतलब है कि उतर रेलवे पानीपत विभाग द्वारा जगह खाली करने के नोटिस चस्पा मिलने पर खोकाधारकों में हड़कंप मच गया था।
29 फरवरी को रेलवे विभाग द्वारा जारी नोटिस की समय सीमा समाप्त होने से पहले ही खोखाधारियों ने अपने-अपने खोखों को हटा दिया है। एक खोखाधारक लगभग 100 वर्ग गज जगह पर डेरा जमाए बैठा था। ये अवैध कब्जाधारी लोगों के साथ बदसलूकी भी करते रहते थे। कई बार तो ये ग्राहक के साथ लड़ाई झगड़े पर उतर आते थे। इन कब्जाधारियों में फ ल विक्रेता, मिठाई वाले, सब्जी वाले, हुक्के बेचने वाले, ढाबे वाले और जूस वाले शामिल रहे हैं। अब लोगों ने अवैध कब्जे हटने से राहत की सांस ली है क्योंकि इन खोखाधारियों के कारण पिल्लूूखेड़ा मंडी में कई घंटों का लंबा जाम लगता था।