Edited By Shivam, Updated: 19 Jun, 2021 10:15 PM
चार रोज पूर्व बहादुरगढ़ शहर से कुछ ही दूरी पर चल रहे किसान आंदोलन में गांव कसार के एक व्यक्ति को जिंदा जलने के मामले में शनिवार को किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल झज्जर पहुंचा और एसपी से मुलाकात कर किसानों का पक्ष रखा। करीब एक घंटे तक हुई मुलाकात...
झज्जर (प्रवीण धनखड़): चार रोज पूर्व बहादुरगढ़ शहर से कुछ ही दूरी पर चल रहे किसान आंदोलन में गांव कसार के एक व्यक्ति को जिंदा जलने के मामले में शनिवार को किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल झज्जर पहुंचा और एसपी से मुलाकात कर किसानों का पक्ष रखा। करीब एक घंटे तक हुई मुलाकात के दौरान किसान नेताओं ने एसपी से मामले की सच्चाई का पता लगाने की मांग रखी।
किसान नेताओं का कहना था कि कसार गांव के मुकेश नामक जिस व्यक्ति को किसान आंदोलन के टेंट में ही तेल छिड़कर आग लगाने का आरोप है, वास्तविकता में वह सच्चाई से परे है और किसान चाहते हैं कि सच्चाई आम लोगों के सामने आनी चाहिए। किसान नेताओं का कहना था कि किसान आंदोलन में शामिल जिन लोगों पर मुकेश को जिंदा लगाने का आरोप लगा है,सच्चाई तो यह है कि उनकी व मृतक की हादसे से पहले कोई जान-पहचान हीं नहीं थी, जबकि घटना आंदोलन स्थल के कुछ ही दूरी पर हुई है। इसके लिए बकायदा थोड़ी ही दूरी पर स्थित पैट्रोल पम्प से पेट्रोल खरीदा गया है और बाद में ही यह हादसा हुआ है। इसलिए पुलिस को सच्चाई का पता लगाने के लिए पैट्रोल पम्प पर लगे पैट्रोल पम्प की सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लेनी चाहिए। ताकि पता चल सके कि पेट्रोल किसने खरीदा पम्प वाले कारिंदों ने शीशी में पैट्रोल आखिर क्यों दिया। उससे ही सच्चाई सामने आ पाएगी।
किसान नेताओं ने एसपी के सामने यह पक्ष भी रखा है कि जब तक मामले की सच्चाई सामने नहीं आ जाती तब तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की जानी चाहिए। मीडिया के रूबरू होकर किसान नेताओं ने बताया कि उन्हें एसपी ने मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए एसआईटी का गठित करने की बात कही है और मामले में सच्चाई का पता लगाने का आश्वासन दिया है।
वहीं झज्जर के एसपी राजेश दुग्गल ने बताया कि बहादुरगढ़ के कसार गांव के मुकेश नामक व्यक्ति की तेल छिड़क कर आग लगा जिंदा जला देने के मामले में किसान नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल उनसे मिलने आया है। उन्हें बताया गया है कि मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि मौके से मिले सबूत व मरने से पहले मुकेश के आए डाईन डिक्लेरेशन के आधार पर ही पुलिस ने मामले में धारा-302 लगाई है। लेकिन फिर भी मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए ही एसआईटी का गठन किया गया है। मामले में किसी भी निर्दोष को न फंसाने की बात एसपी राजेश दुग्गल ने कही। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस मामले में दोषी है उनको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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