Edited By Isha, Updated: 02 May, 2020 11:33 AM
मेडिकल की पढ़ाई करने गए देशभर के छात्र लॉकडाउन के कारण विदेश में फंस गए हैं। जिले के करीब 70 से ज्यादा छात्रों के परिवारों ने लिखित अर्जी देकर प्रशासन से अपने बच्चों को स्वदेश लाने की गुहार लगाई है। यूक्रेन के बाद रूस
रोहतक(दीपक)- मेडिकल की पढ़ाई करने गए देशभर के छात्र लॉकडाउन के कारण विदेश में फंस गए हैं। जिले के करीब 70 से ज्यादा छात्रों के परिवारों ने लिखित अर्जी देकर प्रशासन से अपने बच्चों को स्वदेश लाने की गुहार लगाई है। यूक्रेन के बाद रूस व ब्रिटेन में जिले से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा, यूएसए, स्पेन, चीन, आस्ट्रेलिया, फिलिपिंस व नेपाल तक में छात्र फंसे हैं। वही जिला प्रसासन ने भी उनको सरकार के पास भेज रहे हैं। अब आगे सरकार तय करेगी कि छात्रों को कैसे विदेश से लाया जाए।
रोहतक जिला प्रसासन के पास लगभग 70 छात्रों की सूची उनके पास आ चुकी है। परिजनों ने इसमें छात्र का पासपोर्ट नंबर से लेकर विवि तक का ब्योरा दिया है। इसके बाद लिखित में अर्जी दी कि उसके बेटे या बेटी को विदेश से सकुशल घर लाया जाए। क्योंकि कोरोना संकट विदेशों में लगातार फैल रहा है, जबकि भारत में नियंत्रण में है। प्रशासन को उम्मीद है कि सूची शुक्रवार को करीब 70 पहुंच जाएगी। इसके बाद चंडीगढ़ स्थित राज्य गृह मंत्रालय को सूची भेजी जाएगी।अब तक प्रशासन के पास लगभग 70 छात्रों के परिजनों ने लिखित में पत्र देकर विदेश से स्वदेश लाने की मांग की है। इसमें 80 प्रतिशत छात्र शहर के रहने वाले हैं।
विदेश में पढ़ने गए जिन छात्रों के परिजनों ने लिखित में अर्जी दी है, उनको ब्योरा सरकार ने मांगा था। जो आवेदन प्रशासन के पास आए हैं, उनको सरकार के पास भेज रहे हैं। अब आगे सरकार तय करेगी कि छात्रों को कैसे विदेश से लाया जाए।