Edited By Updated: 23 Jan, 2017 12:23 PM
पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि गत वर्ष प्रदेश में आरक्षण आंदोलन में जान-माल का जो नुक्सान हुआ था, उसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार है लेकिन सरकार ने अपनी
पिपली(सुकरम):पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि गत वर्ष प्रदेश में आरक्षण आंदोलन में जान-माल का जो नुक्सान हुआ था, उसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार है लेकिन सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए आंदोलन का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ने का काम किया था। ऐसे में प्रकाश सिंह आयोग की रिपोर्ट ने सरकार के सभी आरोपों को फेल कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सभी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है लेकिन ऐसे आंदोलन शांतिप्रिय ढंग से होने चाहिएं। वे पिपली विश्रामगृह में पत्रकारवार्ता कर रहे थे। फसल बीमा योजना पर उन्होंने कहा कि सरकार की यह योजना केवल बीमा कम्पनियों को लाभ पहुंचाना है। सरकार की योजना का प्रदेश के किसी किसान को फायदा नहीं हुआ। सरकार को किसानों से जबरदस्ती से काटी बीमा राशि वापस करनी चाहिए।एस.वाई.एल. मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि केंद्र सरकार पंजाब से हरियाणा के हिस्से का पानी जरूर दिलाए।
उन्होंने कहा कि यदि इनैलो प्रदेश के किसानों की हितैषी थी तो सत्ता में रहते हुए राजीव गांधी व लोंगोवाल समझौते का विरोध न करके प्रदेश के किसानों को उनके हिस्से का पानी दिलवा सकती थी लेकिन इनैलो ने हमेशा किसानों का शोषण किया है। कांग्रेस सरकार रणनीति तैयार कर अब पानी को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाएगी। यदि इनैलो अपने आप को किसान हितैषी समझती है तो किसानों के हितों को देखते हुए एस.वाई.एल. मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का सहयोग करे।