Edited By Shivam, Updated: 06 Nov, 2018 07:09 PM
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में होने हैं। इन चुनाव के बाद ताज किसके सिर पर सजेगा यह देखने वाली बात होगी। इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां राजनीति के दंगल में उतर चुकी हैं। अधिकतर राजनीतिक पार्टियां जींद को हरियाणा की राजनीति का केंद्र बिंदु मानती...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में होने हैं। इन चुनाव के बाद ताज किसके सिर पर सजेगा यह देखने वाली बात होगी। इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां राजनीति के दंगल में उतर चुकी हैं। अधिकतर राजनीतिक पार्टियां जींद को हरियाणा की राजनीति का केंद्र बिंदु मानती हैं। जींद जाट बहुल क्षेत्र है, जिस पार्टी की रैलियां जींद में सफल मानी जाती हैं, अक्सर वही पार्टी हरियाणा में सरकार बनाती है।
अगर इतिहास को देखा जाए तो हरियाणा के मुख्यमंत्री देवीलाल, भजन लाल, बंसी लाल, ओम प्रकाश चौटाला और अन्य दिग्गज नेताओं ने भी अपनी रैलियां जींद में की है। बीजेपी ने भी 2014 से पहले अपनी रैली जींद में की थी। वहीं इनेलो में चल रही घमासान के बाद 17 नवंबर को जींद में अजय चौटाला की तरफ से लिए जा रहे फैसले पर सबकी निगाहें टिकी होंगी। एक तरह से इसे शक्ति प्रदर्शन कहा जा सकता है।
इससे पहले अजय चौटाला के दोनों बेटे दिग्विजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला दिल्ली में अपना शक्ति प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बाद आगामी रणनीति का फैसला 17 नवंबर को जींद की धरती से लिया जाएगा। गौरतलब है कि अजय चौटाला पिछले 10 सालों से शिक्षक घोटाले में जेल में बंद है हाल ही में उन्हें पैरोल मिली है। पैरोल समाप्त होने से पहले उन्हें कोई ठोस फैसला लेना है।