Edited By vinod kumar, Updated: 10 May, 2020 07:38 PM
लाॅकडाउन की वजह से हरियाणा के रोहतक व झज्जर जिला में फंसे 1200 से भी अधिक प्रवासी मजदूरों को आज शाम रोहतक रेलवे स्टेशन से उनके गंतव्य बिहार के लिए रवाना कर दिया गया। उपायुक्त आर एस वर्मा ने ट्रेन के रवाना होने से पूर्व गाड़ी में सवार प्रवासी मजदूरों...
राेहतक(दीपक): लाॅकडाउन की वजह से हरियाणा के रोहतक व झज्जर जिला में फंसे 1200 से भी अधिक प्रवासी मजदूरों को आज शाम रोहतक रेलवे स्टेशन से उनके गंतव्य बिहार के लिए रवाना कर दिया गया। उपायुक्त आर एस वर्मा ने ट्रेन के रवाना होने से पूर्व गाड़ी में सवार प्रवासी मजदूरों से बातचीत की और उनसे सुविधाओं के बारे में भी फीडबैक लिया।
1405 किलोमीटर का सफर 24 घंटे में तय किया जाएगा, मजदूरों लिए ट्रेन में ही खाने-पीने की सुविधा होगी। इन प्रवासी मजदूरों को ले जाने वाली ये दूसरी स्पेशल श्रमिक ट्रेन है, सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसें भी श्रमिकों को ले जाने के लिए चलाई हैं।
हरियाणा में फंसे प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। राज्य सरकार के प्रयासों से अब वे जल्द ही अपने-अपने गांव पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर सकेंगे। सायं 5 बजे रोहतक रेलवे स्टेशन से अररिया (बिहार) के लिए स्पेशल गाड़ी नंबर 04008 रवाना हो गई। गाड़ी में बैठे मजदूरों ने अपने हाथ हिलाकर रेलवे स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
ये स्पेशल श्रमिक ट्रेन 1405 किलोमीटर का सफर तय करके 24 घंटे में अपने गंतव्य तक पहुंचेगी, ट्रेन में प्रवासी मजदूरों के खाने-पीने का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। इससे पहले परसों भी एक ट्रेन बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई थी। इसके साथ ही हरियाणा रोडवेज की बसें भी प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए चलाई गई है।
इस बारे जानकारी देते हुए उपायुक्त आर एस वर्मा ने बताया कि अररिया (बिहार) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी में कुल 1204 श्रमिक हैं। इनमें से 108 श्रमिक रोहतक जिला से और शेष श्रमिक झज्जर जिला से आए हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी मजदूरों को बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन लाया गया है।
रेलवे स्टेशन पर आने पर इन सभी श्रमिकों को सामाजिक दूरी के हिसाब से लाइन लगाकर रेलवे स्टेशन में प्रवेश करवाया गया। सभी मजदूरों को पैकिंग में खाना उपलब्ध करवाया गया। उन्हें पानी की बोतल दी गई। इसके साथ-साथ सभी मजदूरों को सैनिटाइजर व थ्री लेयर मास्क भी उपलब्ध करवाया गया। प्रवेश द्वार पर सभी मजदूरों की थर्मल स्कैनिंग भी की गई।
उन्हाेंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर लाने से पूर्व भी श्रमिकों का मेडिकल चेकअप किया गया था। सभी श्रमिकों को स्थानीय प्रशासन व रेलवे पुलिस द्वारा उनकी बोगियों तक ले जाया गया। अररिया (बिहार) के लिए रवाना हुई इस रेलगाड़ी में कुल 22 कोच हैं, जिनमें इन श्रमिकों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया है। ये श्रमिक बिहार के अररिया, कटियार, पुरनिया, सुपोल व साहर्षा जाएंगे।