Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 28 Jun, 2018 07:46 PM
वर्षो से लंबित पडी हुई मांगों को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ रहे अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने एक साथ लामबंद होकर आज फरीदाबाद जिला मुख्यालय पर जेल भरो आंदोलन कर अपनी-अपनी गिरफ्तारियां दी। आंदोलन में शामिल हुए दर्जनों विभागों के हजारों कर्मचारियों ने...
फरीदाबाद (अनिल राठी): वर्षो से लंबित पडी हुई मांगों को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ रहे अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने एक साथ लामबंद होकर आज फरीदाबाद जिला मुख्यालय पर जेल भरो आंदोलन कर अपनी-अपनी गिरफ्तारियां दी। आंदोलन में शामिल हुए दर्जनों विभागों के हजारों कर्मचारियों ने लघु सचिवालय पर जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए फिर पुलिस से भी टकराव किया। इस दौरान प्रशासन के जेल में ले जाने के पूरे प्रबंध न होने के चलते कर्मचारियों ने खुद पैदल मार्च करते हुए सैंट्रल थाने में गिरफ्तारी दी। जहां प्रशासन की ओर से पहुंचे एसडीएम सतवीर मान ने कर्मचारियों के सामने घुटने टेकते हुए कहा कि उनके पास पूरे प्रबंध नहीं है इसलिए वह कर्मचारियों को गिरफ्तार करने में असमर्थ हैं सांकेतिक गिरफ्तार करके सभी को रिहा किया जाता है।
वहीं सैकड़ों महिलाओं के साथ पहुंची सचिव सुधा ने कहा कि करीब 8 सौ आशा वर्करों ने आज गिरफ्तारी दी है क्योंकि फरवरी में सरकार के साथ 3 हजार रुपए महीने वेतन देने को लेकर समझौता हुआ था जिसे लागू नहीं किया गया है।
नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले जेल भरो आंदोलन किया गया है। जिसके चलते सभी कर्मचारी गिरफ्तारी देने आए हैं। कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांग है कि 2014 में जो पिछली सरकार की पॉलिसी के तहत भर्तियां हुई थी मौजूदा सरकार ने उसकी भी सही ढंग से पैरवी नहीं की, जिसके चलते 31 मई को कोर्ट का नोटिस आया है। जिसके बाद 4654 कर्मचारियों के कच्चे होने का खतरा पैदा हो गया है। अब हाईकोर्ट ने 6 महीने के अंदर लाखों कर्मचारियों की भर्ती कर लाखों कच्चे कर्मचारियों को निकलने का आदेश दिया जिससे लाखों कर्मचारियों पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई है। इसलिए वह चाहते हैं कि हरियाणा सरकार विधानसभा में प्रस्ताव पास करके सदन में भेजे।
वहीं शास्त्री ने पुरानी लंबित पड़ी हुई मांगों को बताते हुए कहा कि न तो सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया और न ही समान काम समान वेतन दिया है। इसके अलावा लगातार कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले समय में विधानसभा सत्र के अगले दिन घेराव किया जाएगा और आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा।