Edited By Shivam, Updated: 29 Sep, 2018 09:16 AM
इनेलो नेता एवं नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पर हमला बोला। अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि इस सरकार में भ्रष्टाचार पिछली सरकार से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इस बार तो मुख्यमंत्री के विभाग ने ही घटिया सामान खरीदकर घोटाला किया।...
चंडीगढ़ (धरणी): इनेलो नेता एवं नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पर हमला बोला। अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि इस सरकार में भ्रष्टाचार पिछली सरकार से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इस बार तो मुख्यमंत्री के विभाग ने ही घटिया सामान खरीदकर घोटाला किया। वहीं उन्होंने स्थानीय निकाय विभाग की मंत्री कविता जैन पर भी घोटाले के आरोप लगाए। साथ ही किसानों की फसल नुकसान और सरकार के द्वारा मुआवजे की ढीली प्रक्रिया पर भी सरकार को घेरा।
अभय चौटाला ने हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अपने पावर डिपार्टमेंट की एक बड़ी योजना मेरा गांव - जगमग गांव में हजारों करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। यह विभाग मुख्यमंत्री के पास है और इसमें 7 जिलों के लिए जो वायर खरीदी गई वह मापदंडों पर खरी नहीं उतरी। उन्होंने कहा कि इन जिलों में केबल अपने आप टूट-टूट कर गिर रही है।
उन्होंने बड़ा आरोप लगाया कि सरकार रिकवरी फर्म से ना करके केवल ठेकेदारों से कर रही है। जिन फर्मों को ब्लैक लिस्ट करना चाहिए था सरकार उन कंपनियों से ये खरीद जारी रखे हुए है।उन्होंने कहा कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में फर्म के तहत बहुत खरीददारी हुई, लेकिन इन जिलों को जांच से क्यों बाहर रखा गया है? उन्होंने कहा की इस मामले की एक निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाई जाए और इस मे लिप्त सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाए।
अभय चौटाला इतने पर ही नहीं रुके। और उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा की पूर्व के समय बिजली के पिलर बॉक्स के नाम पर 153 करोड़ का घोटाला हुआ और इस पर एफआईआर भी दर्ज हुई जिसमें 7 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। अभय ने कहा कि बाद में उन्हीं अधिकारियों को उनके पद पर दुबारा नियुक्त कर लिया गया। उन्होंने कहा कि मीटर बॉक्स सप्लाई करने वाले विधायक करण दलाल के रिश्तेदार थे और इस घोटाले में उन्हीं का हाथ था।
उन्होंने कैबिनेट मंत्री कविता जैन को भी घेरा और कहा कि सोनीपत में एक भवन का निर्माण होना था, पर वहां भी घोटाला हुआ। उन्होंने कहा कि 6 करोड़ 58 लाख में बनने वाली बिल्डिंग को 12 करोड़ में बनाया गया। अभय ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार के तय रेट होते हैं और उसी रेट से सामान खरीदा जाता है पर इन्होंने तथा इनके अफसरों ने अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रकार का घोटाला किया है।