Edited By Rakhi Yadav, Updated: 23 Apr, 2018 06:27 PM
आसाराम के खिलाफ अहम गवाह बने महेंद्र चावला अपने ऊपर हुए हमले के मामले में एक दोषी द्वारा पंजाब एवं हरियाणा हाईृकोर्ट में रेगुलर जमानत लगाने के मामले में अपने केस की पैरवी के लिए पेश हुए। महेंद्र चावला ने इस मौके पर पंजाब केसरी से बातचीत में कहा.....
चंडीगढ़(धरणी): आसाराम के खिलाफ अहम गवाह बने महेंद्र चावला अपने ऊपर हुए हमले के मामले में एक दोषी द्वारा पंजाब एवं हरियाणा हाईृकोर्ट में रेगुलर जमानत लगाने के मामले में अपने केस की पैरवी के लिए पेश हुए। महेंद्र चावला ने इस मौके पर पंजाब केसरी से बातचीत में कहा कि आसाराम के सभी प्रमुख केसों में वह गवाह है। उन्हें हरियाणा पुलिस की सुरक्षा मिली हुई है लेकिन उन्हें केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा मिलनी चाहिए।
चावला ने बताया कि उनके घर पानीपत में जानलेवा हमला करवाने में नारायण साईं ,नीरज व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। हाईकोर्ट में नीरज ने रेगुलर बैल लगाई हुई है। जिसमे अब अगली सुनवाई 16 मई को होगी।
जानकारी के अनुसार 1996 से 2005 तक आसाराम के सहयोगी रहे महेंद्र चावला पर जानलेवा हमले के बाद उन्हें दोबारा भी हमले का डर लगा रहता है। जिसके कारण उन्होंने माननीय उच्च न्यालय में सुरक्षा में कमी के चलते याचिका डाली थी।
जिसके बाद आदेश हुए थे कि उन्हें केंद्रीय सुरक्षा दी जाए, लेकिन आजतक उन्हें जिला पुलिस की सुरक्षा ही मुहैया कराई गई है। चावला 2008 में आशाराम के खिलाफ पहली बार अहमदाबाद आश्रम में दो मासूम बच्चियों के गवाह बने थे। उसके बाद 2013 में आसाराम पर लगे 3 रेप केश में भी गवाह बने।
आसाराम के बेटे नारायण स्वामी के पीए के रूप में 2000 से 2005 तक इनकी पहचान रही। आसाराम व नारायण स्वामी द्वारा यौन शोषण की घटनाओं से आहत होकर उन्होंने आश्रम का त्याग किया। 2008 में अहमदाबाद आश्रम में 2 बच्चों को मौत के बाद डीके त्रिवेदी कमीशन ने समन जारी कर उन्हें बुलाया था। जिसमें उन्होंने गवाही दी थी।
चावला ने बताया कि आसाराम केस में 25 तारीख को आने वाले फैसले को देखते हुए हरियाणा पुलिस भी सतर्क हो गई है व उनकी सुरक्षा की मोनिटिरिंग आला अधिकारी भी करते रहते है।