Edited By vinod kumar, Updated: 27 Dec, 2020 09:25 PM
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर है, वह पिछले एक माह से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। कई बड़ी हस्तियों के साथ विपक्षी पार्टियों का उन्हें समर्थन मिला।
भिवानी (अशोक): कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर है, वह पिछले एक माह से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। कई बड़ी हस्तियों के साथ विपक्षी पार्टियों का उन्हें समर्थन मिला। आम आदमी पार्टी भी किसानों के लिए मैदान में डटी हुई है। रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ के निवास का घेराव करने पहुंचे। नेताओं ने शहर में प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि किसान बॉर्डर पर ठंड से मर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांग को नहीं सुन रही है। सरकार कानून वापस लेने की बजाए उसमे केवल संशोधन की बात कर रही है जो कि किसानों को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द तीनों कानूनों को वापस ले अन्यथा किसान यूं ही बॉर्डर पर बैठा रहेगा।
वही विधायक घनश्याम सर्राफ मांग पत्र लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार 9 फसलों पर किसानों को एमएसपी दे रही है। हरियाणा की सरकार ने इस बार 7 लाख क्विंटल बाजरे की खरीद की है, जबकि पहले यह साढ़े तीन क्विंटल हुआ करती थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान कहीं पीछे नहीं है।