Edited By Rakhi Yadav, Updated: 26 May, 2018 08:49 AM
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में भारत एक उभरती हुई शक्ति है और भविष्य में इस क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को देखते हुए निफ्टम में उष्मायन केंद्र एवं खाद्य....
चंडीगढ़(धरणी): केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में भारत एक उभरती हुई शक्ति है और भविष्य में इस क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को देखते हुए निफ्टम में उष्मायन केंद्र एवं खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला का शुभारंभ किया गया है।
इस प्रयोगशाला का प्रयोग खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े लोग और किसान भी कर सकते हैं। बादल शुक्रवार को निफ्टम में प्रयोगशाला का उद्घाटन करने के उपरांत उपस्थित विद्यार्थियों एवं विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे गण्यमान्य व्यक्तियों को संबोधित कर रही थीं। मंत्री कौर ने कहा कि इस लैब में 5 तरह की टेस्टिंग की सुविधाएं होंगी। इनमें रैडी टू ईट (खाने को तैयार) पदार्थों, दूध एवं डेयरी उत्पाद, फल और सब्जियों की प्रसंस्करण, मीट और पोल्ट्री उत्पाद, खाद्य शोध के लिए पायलट प्लांट तैयार किए गए हैं। यह 5 फूड टेस्टिंग लैब इंडिया की रैफरल लैब होगी।
पूरे भारत के किसी भी हिस्से से जो भी आयात-निर्यात के लिए उत्पाद होंगे उन्हें प्रमाणीकरण का सर्टीफिकेट उपलब्ध करवाया जाएगा। इस लैब का उभरते हुए और छोटे उद्यमी भी लाभ उठा सकते हैं और यहां प्रशिक्षण प्राप्त करके अपना उद्योग स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि इस लैब के माध्यम से युवा और उद्यमी प्रसंस्करण का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार के क्षेत्र में अपने कदम आगे बढ़ा सकते हैं। इस अवसर पर सचिव केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय एवं कुलाधिपति जे.पी. मीना, डा. टी.एन. गिरी रजिस्ट्रार मौजूद थे।