Edited By vinod kumar, Updated: 28 Feb, 2020 09:41 PM
बहादुरगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में एक केमिकल फैक्ट्री का बॉयलर फटने से तीन फैक्टरियों में भीषण आग लग गई। बॉयलर फटने के बाद जोरदार धमाका हुआ। जिससे फैक्ट्री के टुकड़े उड़कर आधा किलोमीटर दूरी तक पहुंच गए, आग ने धीरे-धीरे एक के बाद एक तीन फैक्टरियों को...
बहादुरगढ़(प्रवीण): बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार को बॉयलर फटने से घायल हुए चार लोगों की मौत हो गई। जबकि करीब 26 लोग घायल हो गए। इस हादसे में आसपास की 4 फैक्ट्रियों में आग लग गई। घटना की सूचना मिलने के बाद बहादुरगढ़, दिल्ली और गुरुग्राम की 13 दमकल गाडिय़ों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाया है, जो मलबे में दबे लोगों की तलाश करेगी।
दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र पार्ट टू में दोपहर बाद केमिकल फैक्ट्री में अचानक से बॉयलर फट गया। बॉयलर फटने की आवाज दूर शहर तक सुनाई दी। इस हादसे की आहट से आधा किलोमीटर दूर तक इमारत के शीशे भी टूटे गए। वहीं आसपास की चार फैक्ट्रियाें की इमारत पूरी तरह से धवस्त हो गई। इन चाराें फैक्ट्रियों में आग भी लग गई।
हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आकर मौके पर जुटी लोगों की भीड़ को हटाया। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों और आसपास के श्रमिकों की मदद से ही घायलों को बाहर निकाला गया। जबकि मलबे में दबने से चार श्रमिकों की मौत हो गई। हादसे की गंभीरता को देखते हुये जिला उपायुक्त जितेन्द्र दहिया और डीआईजी अशोक कुमार भी मौके पर पहुंचे।
इससे पहले एसडीएम और डीएसपी भी मौके पर पहुंचे। जिला उपायुक्त जितेंद्र दहिया ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को भी आग पर काबू पाने के लिये काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। दिल्ली और रोहतक से भी फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां बुलाई गई है। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी चतुर्भूज ने बताया कि हालात कंट्रोल में तो है लेकिन अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव कार्य जारी है।
सीएम ने मृतकों के परिजनाें काे 2-2 लाख रुपये देने का किया ऐलान
फैक्ट्री में बॉयलर फटने से अब तक घायल हुए 4 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये आर्थिक सहयोग स्वरूप देने की घोषणा की है। इसके साथ ही इस घटना में घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा।
वहीं मौके पर एनडीआरफ की दो टीम और एसडीआरएफ की एक टीम पहुंच गई हैं। इसमें 83 सदस्य एनडीआरफ और 40 सदस्य एसडीआरएफ के राहत कार्य में जुट गए हैं। इसके साथ पुलिस के 150 जवान भी मौके पर राहत बचाव में जुटे हुए हैं।