देश में 85 लाख किसानों ने छोड़ी फसल बीमा योजना

Edited By Rakhi Yadav, Updated: 14 Nov, 2018 10:04 AM

85 lakh farmers left the crop insurance scheme

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्रालय से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचनाओं से बड़ा खुलासा हुआ है। पानीपत के आर.टी.आई. कार्यकर्ता पी.पी. कपूर की ओर से मांगी गई सूचना....

चंडीगढ़(पांडेय): प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्रालय से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचनाओं से बड़ा खुलासा हुआ है। पानीपत के आर.टी.आई. कार्यकर्ता पी.पी. कपूर की ओर से मांगी गई सूचना में बताया गया कि किसानों की इस महत्वाकांक्षी योजना को 2 वर्षों में देश के 85 लाख किसानों ने छोड़ दिया है। इस योजना को छोडऩे वाले किसानों में 80 प्रतिशत (कुल 68 लाख) किसान भाजपा शासित 4 राज्यों के हैं। सरकारी क्षेत्र की एग्रीकल्चर इंश्योरैंस कम्पनी ऑफ इंडिया (ए.आई.सी.) के अलावा कुल 10 निजी बीमा कम्पनियों ने इस योजना से इसी दौरान कुल 15,795 करोड़ रुपए कमाए। 4 बड़े राज्यों मध्यप्रदेश (2.90 लाख), राजस्थान (31.25 लाख), महाराष्ट्र (19.47 लाख) व यू.पी. (14.69) में कुल 68.31 लाख किसानों का योजना से मोहभंग हो गया है। 

कपूर ने बताया कि सूचना में यह भी पता चला कि यह योजना पंजाब राज्य में लागू नहीं है, वरना बीमा कम्पनियों की तिजौरी और भी ज्यादा भरती। गुजरात में 2 वर्षों में बीमा कम्पनियों के लाभ में 5548 प्रतिशत रिकार्ड वृद्धि हुई। गुजरात में न्यू इंडिया कम्पनी ने अकेले 1429 करोड़ रुपए कमाए। कपूर ने कहा कि वर्ष 2016-17 में बीमा कम्पनियों के कुल मुनाफे में सर्वाधिक 2610.60 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाने वाली सरकारी क्षेत्र की एकमात्र कम्पनी एग्रीकल्चर इंश्योरैंस कम्पनी ऑफ इंडिया (ए.आई.सी.) द्वारा वर्ष 2017-18 में सिर्फ डेढ़ करोड़ किसानों का बीमा कर पाना व मात्र 528 करोड़ रुपए की बचत कर पाना बहुत बड़े घोटाले को स्पष्ट करता है।

 2 वर्षों के दौरान न्यू इंडिया कम्पनी को सर्वाधिक 2226 करोड़ रुपए मुनाफा हुआ। एच.डी.एफ.सी. को 1817.74 करोड़ व रिलायंस कम्पनी को कुल 1461.20 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हर वर्ष सरकारी संरक्षण में चलने वाला एक बहुत बड़ा घोटाला है। किसानों के नाम पर निजी बीमा कम्पनियों की तिजौरियां भरी जा रही हैं। योजना पूरी तरह फ्लॉप हो चुकी है।

हरियाणा में मुआवजा देने के बाद भी कम्पनियों को लाभ 
भाजपा शासित हरियाणा में 2 वर्ष में बीमाकृत किसानों की संख्या में 15,228 की वृद्धि हुई। वर्ष 2016-17 में किसानों से कुल 364.39 करोड़ रुपए प्रीमियम राशि वसूल कर उन्हें कुल 292.55 करोड़ रुपए मुआवजा राशि दी गई। बीमा कम्पनियों को 71.83 करोड़ का लाभ हुआ। वर्ष 2017-18 में बीमा कम्पनियों ने कुल 453 करोड़ रुपए का प्रीमियम वसूला, जबकि किसानों को मुआवजेे में 358 करोड़ रुपए देकर कुल 95 करोड़ रुपए कमाए।

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