हरियाणा: विज के प्रयास लाए रंग, कोरोना के खिलाफ जंग में अब तक 4148 प्लाज्मा इकट्ठा

Edited By vinod kumar, Updated: 30 Dec, 2020 07:22 PM

4148 plasma collected so far in war against corona in haryana

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों से अब तक 4148 प्लाज्मा एकत्रित किए गए, जबकि अब तक कुल 2800 मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज किया गया। 11 मार्च को हरियाणा में कोरोना को महामारी घोषित...

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों से अब तक 4148 प्लाज्मा एकत्रित किए गए, जबकि अब तक कुल 2800 मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज किया गया। 11 मार्च को हरियाणा में कोरोना को महामारी घोषित किया गया। आज विज के नेतृत्व में स्वास्थ्य व गृह विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा के सकारात्मक प्रयासों से हरियाणा में कोविड केयर सेंटर्स में 45153 मरीजों को क्वारंटाइन करने और डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में 13677 बेड्स की व्यवस्था की गई। कोविड मरीजों के इलाज के लिए पूर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की और से 956 रेगुलर डॉक्टर्स के आलावा 206 आयुष मेडिकल ऑफिसर तैनात किए गए। 

PunjabKesari, haryana

कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के निजी अस्पतालों में इलाज की दरें 25 जून 2020 को जारी निर्देशनुसार निर्धारित कर दी गयी। सरकारी आदेशानुसार, आइसोलेशन बेड के लिए 8-10 हजार रुपये, आईसीयू बगैर वेंटिलेटर के लिए 13-15 हजार रुपये और आईसीयू में वेंटिलेटर केयर के साथ इलाज की दरें 15-18 हजार रुपये निर्धारित की गई।

इसके आलावा अलग-अलग लैब में कोविड टेस्ट को लेकर भी सरकार की और से रेट निर्धारित किए गए। सरकार की ओर से कोरोना का पता लगाने के लिए अस्पतालों में की जाने वाली ट्रूनेट जांच की दर 750 रुपये तक घटा दी गई। मरीज को अब इस जांच के लिए 1250 रुपये देने होते हैं। पहले निजी अस्पतालों में कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए यह जांच दो हजार रुपये में की जा रही थी। हालांकि सरकारी अस्पतालों में ये जांच निशुल्क होती है।

वहीं हरियाणा सरकार ने निजी लैबों में कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट की नई दरें तय की। जिसमें निजी अस्पतालों, लैब और उनके चिह्नित कलेक्शन सेंटर से नमूने लेकर कोरोना जांच करने पर प्रति टेस्ट 700 रुपये से अधिक नहीं वसूले जा सकते, जबकि अगर किसी के घर से कोरोना जांच के लिए नमूना एकत्रित किया जाता है तो भी 900 रुपये प्रति टेस्ट ही वसूले जाएंगे। इसके आलावा निजी लैब में कोरोना की सीबीनाट टेस्ट 2400 रुपये रैपिड एंटीजन टेस्ट 500 व एलिसा टेस्ट 250 रुपये में करने के दिशानिर्देश जारी किए गए। वहीं प्रदेश में फरीदाबाद, गुरुग्राम, पंचकूला, रोहतक और करनाल में प्लाज्मा बैंक स्थापित किए गए। जिनमें कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों से अब तक 4148 प्लाज्मा एकत्रित किए गए, जबकि अब तक कुल 2800 मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज किया गया।  

PunjabKesari, haryana

हरियाणा में कोरोना टेस्ट को लेकर 19 सरकारी व 8 निजी लैब है। जिनमें रोहतक पीजीआई में रोजाना 2500 सैंपल टेस्ट की कैपेसिटी, बीपीएस खानपुर में 2 हजार सैंपल प्रतिदिन, ई.एस.आई.सी मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद 750 सैंपल प्रतिदिन, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल में 1000 सैंपल प्रतिदिन, एनआरसीई हिसार में 450 सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल गुरुग्राम में एक हजार सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल पंचकूला में एक हजार सैंपल प्रतिदिन, कमांड अस्पताल पंचकूला में 150 सैंपल प्रतिदिन, एस.एच.के.एम.जी.एम.सी नल्हार में 800 सैंपल प्रतिदिन कैपेसिटी है। 

इसके साथ ट्रांसलेशनल लैब फरीदाबाद में 400 सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल अंबाला में एक हजार सैंपल प्रतिदिन, एम.ए. एम. सी अग्रोहा हिसार में 2500 सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल सिरसा में 800 सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल रेवाड़ी में 500 सैंपल प्रतिदिन, सी.एच.सी उचाना जींद में 800 सैंपल प्रतिदिन, सिविल अस्पताल पानीपत में 500 सैंपल प्रतिदिन,  इंटेक्स सी.एस.आई. आर में 200 सैंपल प्रतिदिन सिविल अस्पताल यमुनानगर में 1000 सैंपल प्रतिदिन सिविल अस्पताल भिवानी में 500 सैंपल प्रतिदिन सैंपल टेस्ट की कैपेसिटी है।  

इसके आलावा कोर गुरुग्राम में 300 सैंपल टेस्ट प्रतिदिन, पाथ काइंड लैब गुरुग्राम में 8000 सैंपल प्रतिदिन डॉ लाल पाथ लैब में 3000 सैंपल प्रतिदिन, एस.जी.टी गुरुग्राम में 300 सैंपल प्रतिदिन, स्टार इमेजिंग एंड पाथ प्राइवेट लिमिटेड में 1500 सैंपल प्रतिदिन, प्रोग्नोसिस लैबोरेट्रीज में 2000 सैंपल प्रतिदिन और अतुल्या हेल्थकेयर चंडीगढ़ में 4900 सैंपल प्रतिदिन टेस्ट की कपैसिटी है।

PunjabKesari, haryana

वहीं, हरियाणा में दूसरे चरण के सीरो सर्वे में 14.8 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई। दूसरे चरण के सर्वे के लिए अक्टूबर माह में हरियाणा से सभी जिलों के तकरीबन 14 हजार 500 लोगों के सैंपल्स इकट्ठे किए गए थे। इनमें लगभग 14.8 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी तैयार होने की पुष्टि हुई। इससे पूर्व अगस्त महीने में पहला सर्वे कराया गया था। इसमें लगभग 8 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी दिख रही थीं। जो अक्टूबर माह में बढ़कर 14.8 फीसदी हो गई। 

हरियाणा सरकार की और से कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए घोषित किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अस्पताल जाने में असमर्थ व्यक्तियों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए टेलीमेडिसिन सेवाओं को शुरू करने का फैसला लिया गया। टेलीमेडिसिन सेवाओं के तहत रोगियों का दूर संचार प्रौद्योगिकी की मदद से जांच व इलाज किया गया। 

इस सेवा के तहत पूरे प्रदेश में हेल्पलाइन 855-8893-911 तथा 1075 शुरू की गई। मरीजों ने अपने इलाज के लिए दूर संचार प्रौद्योगिकी की मदद से जनरल फिजिशियन, आर्थोपेडिसियन, ईएनटी, साइकेट्रिस्ट, आंख विशेषज्ञों व आयुर्वेदिक से संबंधित डॉक्टरों के साथ इन हेल्पलाइन के माध्यम से परामर्श लिया। जबकि एंबुलेंस सेवा के लिए 108 सर्विस को जारी रखा गया। वहीं अब तक हरियाणा में 74 लाख से अधिक लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड की।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!