Edited By vinod kumar, Updated: 15 May, 2021 04:08 PM
कोरोना महामारी के बीच एक और बीमारी ने लोगों को बुरी तरह से डरा दिया है और उसका नाम है ब्लैक फंगस। हरियाणा में भी इस बीमारी ने पैर पसार दिए हैं, जिसे देखते हुए सरकार ने इसे अधिसूचित रोग घोषित कर दिया है। ब्लैक फंगस के राज्य में 50 से अधिक मामले सामने...
चंडीगढ़ (धरणी): कोरोना महामारी के बीच एक और बीमारी ने लोगों को बुरी तरह से डरा दिया है और उसका नाम है ब्लैक फंगस। हरियाणा में भी इस बीमारी ने पैर पसार दिए हैं, जिसे देखते हुए सरकार ने इसे अधिसूचित रोग घोषित कर दिया है। ब्लैक फंगस के राज्य में 50 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 27 मरीज रोहतक पीजीआई में पहुंचे हैं, जबकि 6 लोग हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज और 10 मरीज गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं।
ब्लैक फंगस का सबसे ज्यादा असर कोरोना संक्रमित शुगर के मरीजों पर हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में 10.4 प्रतिशत लोग शुगर के मरीज हैं यानी 2.86 करोड़ की आबादी में 30 लाख 30 हजार लोगों पर ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च व अन्य हेल्थ विशेषज्ञ यह कह चुके हैं, जो शुगर के मरीज हैं, उन पर ब्लैक फंगस का खतरा सबसे अधिक है। क्योंकि शुगर के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रहती है। हरियाणा सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार के बाद सजगता बरतने की सलाह देते हुए कहा कि चिकित्सकों की मदद से इस बीमारी का इलाज संभव है।
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