Edited By Rakhi Yadav, Updated: 09 Jun, 2018 09:08 AM
आज से 3 साल पहले जींद के बीबीपुर गांव से शुरू हुआ सैल्फी विद डॉटर अभियान देश-विदेश तक इतना प्रसिद्ध हो जाएगा, यह अभियान शुरू करने वाले सुनील जागलान ने ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। उन्होंने पिछली टर्म में बीबीपुर गांव का....
जींद(राजकुमार): आज से 3 साल पहले जींद के बीबीपुर गांव से शुरू हुआ सैल्फी विद डॉटर अभियान देश-विदेश तक इतना प्रसिद्ध हो जाएगा, यह अभियान शुरू करने वाले सुनील जागलान ने ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। उन्होंने पिछली टर्म में बीबीपुर गांव का सरपंच बनते ही महिलाओं के सम्मान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का जो नारा दिया उसको सार्थक करने में सुनील जागलान का कोई सानी नहीं रहा।
सबसे पहले सुनील जागलान ने कन्या भ्रूण हत्या के मुद्दे को हाथ में लिया। गांव की अनपढ़ महिलाओं को यह समझाना तो आसान था कि कन्या भ्रूण हत्या नहीं करनी चाहिए लेकिन उस पर अमल करवाना इतना आसान नहीं था। सुनील जागलान ने एक अनोखा तरीका निकाला। महिलाओं को गांव के मंदिर में इकट्ठा किया। यहां सिनेमा हाल की तरह महिलाओं को वह पिक्चर दिखाई गई जिसको देखकर महिलाओं के रौंगटे खड़े हो गए। महिलाएं रोने लगी। उसी दिन से महिलाएं सुनील जागलान की इस मुहिम का हिस्सा बनी।
इसके बाद सुनील जागलान ने अपने इसी गांव में एक ऐतिहासिक महापंचायत बुलाई। मुद्दा था कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ बड़ा प्रस्ताव। देश प्रदेश से सामाजिक संस्थाओं के सैंकड़ों प्रतिनिधि इस महापंचायत में शामिल हुए। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि कन्या भ्रूण हत्या करने वाले के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए। हरियाणा की एक पंचायत इस प्रकार के अहम मुद्दों पर काम कर रही है यह गूंज हरियाणा सरकार तक भी पहुंची।
हरियाणा सरकार द्वारा बीबीपुर की इस ग्राम पंचायत को एक करोड़ रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई। बीबीपुर के इस सरपंच का साहस और बुलंद हुआ। गांव के मेन मार्ग का नाम लाडो मार्ग नाम रख दिया गया। पुस्तकालय का नाम लाडो पुस्तकालय रख दिया गया। कहीं महिला चबूतरा बना दिया गया तो कहीं महिला शक्तिस्थल।
इतना हीं नहीं कभी बुजुर्गों के सम्मान में ताऊ-ताई रैम्प शो, कभी दहेज के खिलाफ सैल्फी विद डाऊरी, कभी बेटी के सम्मान में बेटी को बचाओ फिर भगवान को मनाओ जैसे कार्यक्रमों का गांव में आयोजन किया गया।
बीबीपुर के पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने इन सब कार्यक्रमों के साथ-साथ सैल्फी विद डॉटर की जो मुहिम चलाई उस मुहिम ने तो देश के प्रधानमंत्री तक को कायल कर दिया। प्रधानमंत्री ने खुद मन की बात प्रोग्राम में बीबीपुर गांव के इस सरपंच सुनील जागलान का नाम लिया और उनकी सैल्फी विद डॉटर मुहिम की प्रशंसा की। जब देश के प्रधानमंत्री ने सुनील जागलान का नाम लिया तो देश-विदेश से मीडिया सुनील जागलान का साक्षात्कार लेने पहुंचा।
अब तक 5 बार नरेंद्र मोदी सुनील जागलान के इस अभियान की प्रशंसा कर चुके हैं। उसके बाद सुनील जागलान ने डिजीटल इंडिया विद लाडो अभियान शुरू किया जिसमें घरों के बाहर पुरुषों की बजाय बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाए जाने का अभियान चलाया गया। सुनील जागलान द्वारा किए जा रहे कार्यों की गूंज इतनी फैली कि राष्ट्रपति भवन से भी बीबीपुर गांव के इस सरपंच को बुलावा आया। यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने सुनील जागलान को अपने सामने बिठाकर विस्तार से चर्चा की। आज सैल्फी विद डॉटर अभियान को 3 साल पूरे हो चुके हैं। इस दौरान अभियान द्वारा महिला उत्थान को लेकर जितने भी कार्य किए गए उनकी गूंज बीबीपुर गांव की तंग गलियों से गुजरते हुए देश-विदेश तक पहुंची। इसके लिए बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान बधाई के पात्र हैं और उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है।