Edited By vinod kumar, Updated: 03 Apr, 2020 02:55 PM
हरियाणा में निजामुद्दीन से मरकज से लौटे लोगों ने कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में इजाफा कर दिया है। प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह में पहली बार तबलीगी जमात से जुड़े 3 सदस्यों में कोरोना पॉजिटिव मिला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गत एक मार्च...
मेवात(एके बघेल): हरियाणा में निजामुद्दीन से मरकज से लौटे लोगों ने कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में इजाफा कर दिया है। प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह में पहली बार तबलीगी जमात से जुड़े 3 सदस्यों में कोरोना पॉजिटिव मिला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गत एक मार्च को सैंपल लिया था, जिसको पीजीआई रोहतक जांच के लिए भेजा था।
रिपोर्ट आने पर खुलासा हुआ कि तबलीगी जमात से जुड़े तीन सदस्य पॉजिटिव है। जैसे ही पॉजिटिव केसों का पता चला तो स्वास्थ्य विभाग की हलचल बढ़ गई। तीनों मरीजों को राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में भर्ती कराया गया है, जबकि उनके साथी 6 तबलीगी जमात के सदस्यों को अभी भी मांडीखेड़ा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
इसके अलावा अगर बात पूरे जिले के आंकड़े की कि जाए तो स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक विदेश से आने वाले पैसेंजर की संख्या बढ़कर 83 हो गई है। इनमें सऊदी अरब से सात लोग वीरवार को ही नूंह अपने घर लौटे हैं। जिनमें से 16 लोगों का क्वारंटाइन टाइम पूरा हो चुका है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार ने पत्रकारों को बताया कि इसके अलावा देश-विदेश के तकरीबन 665 लोगों को क्वॉरेंटाइन करके रखा हुआ है।
इन्हें पॉलिटेक्निक कॉलेज मालब, रहना समसुद्दीन हॉस्टल, राजकीय कन्या महाविद्यालय सालाहेड़ी, फिरोजपुर नमक आदि गांवों में बने संस्थानों में रखा गया है। डॉ अरविंद ने कहा कि जिन 3 जमातियों में कोरोना पॉजिटिव मिला है। वह केरल के रहने वाले हैं और मार्च के महीने में तबलीगी जमात में मरकज में शामिल हुए थे।
जिले के पुनहाना खंड के एक गांव से इस जमात को क्वारेंटाइन सेंटर में लाया गया था, लेकिन कुछ जमातियों में कोरोना के शुरुआती लक्षण नजर आने के बाद विभाग की टीम ने इनका सैंपल लिया था और उनका शक उस समय यकीन में बदल गया, जब तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, इससे पहले जिला में एक भी कोरोना पॉजीटिव केस नहीं था।