Edited By Isha, Updated: 31 Oct, 2019 11:19 AM
आबकारी व कराधान विभाग ने एक बड़े जी.एस.टी. फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। 3 अलग-अलग फर्म दिखाकर सरकार को 4 करोड़ 47 लाख 53 हजार 919 रुपए का चूना लगाया गया। बिलों की जांच व तथ्यों
अम्बाला छावनी (हरिंद्र): आबकारी व कराधान विभाग ने एक बड़े जी.एस.टी. फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। 3 अलग-अलग फर्म दिखाकर सरकार को 4 करोड़ 47 लाख 53 हजार 919 रुपए का चूना लगाया गया। बिलों की जांच व तथ्यों के आधार पर टैक्स इंस्पैक्टर ने इस खेल से पर्दा उठाया। जल्द ही नकली फर्मों का संचालन करने वाले तीनों व्यक्तियों पर एफ.आई.आर. दर्ज की जाएगी। आबकारी व कराधान विभाग के अधिकारी धनपति भारद्वाज व इंस्पैक्टर पिछले कुछ समय से शहर की 3 फर्मों पर नजर बनाए हुए थे। तीनों फर्मों के बिलों की गहनता से जांच की जा रही थी।
जांच के दौरान उक्त दोनों अधिकारियों ने पाया कि कहीं न कहीं इसमें गोलमाल हो रहा है। इसके बाद टीम ने उक्त ठिकानों पर जब छापामारी की तो झूठ की परतें खुलती चलीं गई। टीम ने 3 फर्जी फर्मों के सहारे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व का नुक्सान करने वाले आरोपितों की पहचान कर ली और उनके वास्तविक ठिकाने पर भी पहुंच गई। अब विभागीय अधिकारियों ने नकली फर्मों के मालिकों पर कार्रवाई के लिए एस.पी. अम्बाला को ऑनलाइन शिकायत भेजी है।
शहर की हैं तीनों फर्म, 17 नवम्बर 2018 को पंजीकृत
पहली फर्म सुपर इम्पैक्स के नकली पते के आधार पर टैक्स की चोरी की गई। रविन्द्र सिंह ने नकली फर्म के नाम पर 17 नवंबर 2018 को पंजीकरण करवाया और जी.एस.टी. नंबर हासिल किया। जबकि ऑनलाइन वास्तविक पता रविन्द्र सिंह, वार्ड नंबर 5, अमलोह, पंजाब है। फर्म के नाम पर नवंबर 2018 से जनवरी 2019 तक 14 करोड़ 43 लाख 30 हजार 31 रुपए के बिल जारी किए और 2 करोड़ 11 लाख 45 हजार 294 का इनपुट क्रैडिट टैक्स लिया।
6 जुलाई 2019 को पंजीकृत
दूसरी फर्म अलैक्स ट्रेडर्स, अम्बाला शहर के पते पर 6 जुलाई 2019 से पंजीकृत करवाया गया एवं जी.एस.टी. नंबर हासिल किया।
रवि कुमार का ऑनलाइन रिकॉर्ड अनुसार वास्तविक पता रवि कुमार नजदीक नव सरीजीत प्राइमरी स्कूल पोस्ट ऑफिस खोसका बुजुर्ग वाय देसरी अलीपुर वैशाली बिहार है। रविन्द्र ने नकलीफर्म के नाम पर अगस्त 2019 से सितंबर 2019 तक 10 करोड़ 73 लाख 17 हजार 500 रुपए के बिक्री बिल जारी किए गए। इस अवधि के दौरान फर्म ने कोई भी टैक्स जमा नहीं करवाया। इस दौरान खरीदने वाले व्यापारियों ने 1 करोड़ 93 लाख 17 हजार 150 रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया।
1 जून 2019 को पंजीकृत
इसी प्रकार तीसरी फर्म अम्बाला स्टील कॉरपोरेशन अम्बाला शहर के पते पर 1 जून 2019 से पंजीकृत करवाया गया एवं जी.एस.टी. नंबर हासिल किया। जबकि हरीश का ऑनलाइन रिकॉर्ड अनुसार वास्तविक पता हरीश कुमार, मकान नंबर 98, वार्ड नंबर 16, उंचा वेहड़ा, खन्ना, पंजाब है। विभाग द्वारा उपरोक्त पते की जांच की गई जो फर्जी पाया गया। अधिकारी ने बताया कि फर्म के नाम पर जून 2019 से सितंबर 2019 तक 2 करोड़ 35 लाख 72 हजार 626 रुपए के बिक्री बिल जारी किए गए। इस अवधि के दौरान फर्म ने कोई भी टैक्स जमा नहीं करवाया। इस दौरान खरीदने वाले व्यापारियों ने 42 लाख 91 हजार 475 रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया।