Edited By Rakhi Yadav, Updated: 05 Oct, 2018 10:53 AM
गांव पंजोखरा साहिब में शंकर का डेरा में रहने वाला एक साढ़े 3 साल का बच्चा कर्ण खेलते हुए खुले बोरवैल में जा गिरा। गनीमत रही कि बच्चा करीब 25 फुट गहराई में जाकर फंस गया। लेकिन बोरवैल में पानी....
अम्बाला(जतिन): गांव पंजोखरा साहिब में शंकर का डेरा में रहने वाला एक साढ़े 3 साल का बच्चा कर्ण खेलते हुए खुले बोरवैल में जा गिरा। गनीमत रही कि बच्चा करीब 25 फुट गहराई में जाकर फंस गया। लेकिन बोरवैल में पानी होने की वजह से सिर्फ बच्चे की गर्दन पानी से बाहर रही। बोरवैल में गिरे बच्चे का जैसे ही पता चला तो गांव के लोग व पंजोखरा पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में लोहे की कुंडली बनाकर बोरवेल में डाली गई और किस्मत से एक कुंडी जैसे ही बच्चे के कपड़े में फंसी तो कुंडी को बाहर खींच बच्चे को बोरवैल से बाहर निकाल लिया गया।
पहले उसे पी.एच.सी. में ले जाया गया, वहां पर प्राथमिक उपचार और बच्चे को बेहोश होता देख तुरंत अम्बाला कैंट के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां बाल रोग विशेषज्ञ व अन्य डाक्टर की टीम ने बच्चे को इलाज दिया। वही गांव वासियों द्वारा बच्चे के भीगे कपड़ों को बदलकर बाजार से कपड़े लाकर बच्चे के कपड़े बदले गए। फिलहाल बच्चे को अस्पताल में डाक्टर्स ने अपनी निगरानी में रखा गया है। बच्चा इस हादसे के बाद थोड़ा सहमा हुआ है। बताते हैं कि खुला हुआ बोरवैल पंजोखरा के रहने वाले रोड़की नम्बरदार का है।