Edited By Rakhi Yadav, Updated: 11 Jun, 2018 10:57 AM
भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व साधु-संत, समाज व देशवासियों को आश्वस्त किया था कि हिंदू समुदाय का दमन नहीं होने देंगे। धर्म की रक्षा को प्राथमिकता देेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। भाजपा अपने वायदे से मुकर गई है और हिंदुओं के प्रति....
गुड़गांव: भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व साधु-संत, समाज व देशवासियों को आश्वस्त किया था कि हिंदू समुदाय का दमन नहीं होने देंगे। धर्म की रक्षा को प्राथमिकता देेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। भाजपा अपने वायदे से मुकर गई है और हिंदुओं के प्रति तुष्टिकरण की नीति अपना रही है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।
गुड़गांव में आगामी 21 जुलाई से 2 दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों से बड़ी संख्या में साधु संत भाग लेंगे और हिंदू धर्म की रक्षा कैसे की जाए, इस पर मनन करेंगे। उक्त बात अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष यतिमा नरसिंहा सरस्वती ने रविवार को सिविल लाईन क्षेत्र स्थित शमां पर्यटन केंद्र में आयोजित प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने सभी हिंदू संगठनों से आग्रह किया कि वे सब एक मंच पर आ जाएं, ताकि धर्म की रक्षा की जा सके।