फतेहाबाद बना मिनी पंजाब, 7 महीने में पुलिस ने दर्ज किए नशे के 152 मुकद्दमें

Edited By Rakhi Yadav, Updated: 24 Aug, 2018 01:11 PM

152 cases of drug addiction filed by police in 7 months

प्रदेश में नशे की रोकथाम कैसे हो इसके लिए शासन और प्रशासन भले ही चिंतित नजर आ रहा है। पुलिस और प्रशासन द्वारा नशे के कारोबारियों का नेक्सेस...

फतेहाबाद(रमेश भट्ट): प्रदेश में नशे की रोकथाम कैसे हो इसके लिए शासन और प्रशासन भले ही चिंतित नजर आ रहा है। पुलिस और प्रशासन द्वारा नशे के कारोबारियों का नेक्सेस तोडऩे के प्रयास किए जा रहा है। शहरों और गांवों में नशे के खिलाफ सेमिनार और नशामुक्ति केंप आयोजित किए जा रहे हैं। नशे की लत का शिकार हो चुके लोगों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए भी प्रयास किए जाने की बात कही जा रही है। मगर जमीनी हकीकत देखें तो हालत कुछ ओर ही ब्यान कर रहे हैं। 
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आए दिन पुलिस नशे के सलाप्यरों को पकड़ रही है, मगर नशा सलाप्यर किसी रक्तबीज असुर की भांति एक पकड़ा जाता है तो चार नये आ जाते हैं। अगर जिला पुलिस द्वारा उपलब्ध करवाए गए आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 7 माह में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के 152 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें 222 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करोड़ों रुपए की नशीले पदार्थ बरामद किए मगर हालत फिर भी नहीं बदले। पुलिस की लाख कोशिशों और सख्ती के बावजूद तुरंत और मोटे मुनाफे के चक्कर में युवा इस कारोबार में फंसते जा रहे हैं। 
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पुलिस के हाथ लगे नशा तस्करों की मानें तो पहले वह स्वयं नशा करते थे और अब पैसों और नशे की जरूरत के कारण वे नशा तस्करी के काम में लगे हैं। वैसे भी फतेहाबाद जिले की भौगोलिक स्थिति नशा तस्करों के लिए आदर्श जगह का काम कर रही है, क्योंकि फतेहाबाद जिला एक तरफ से पंजाब तो दूसरी ओर राजस्थान प्रांत की सीमाओं से सटा हुआ है। जिससे तस्करों के लिए जिले में नशा लाना और बेचना और फिर आराम से निकल जाना कोई मुश्किल काम नहीं है। 
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हालांकि पुलिस नशा तस्करों के नेक्सेस को तोडऩे, युवाओं को नशे से दूर रहने तथा नशे की लत का शिकार हो चुके लोगों को मुख्य धारा में जोडऩे के लिए अपने भरसक प्रयास कर रही है फिर भी नशे का कारोबार रूकने का नाम नहीं ले रहा है। यहां सबसे बड़ी बात यह है कि हेरोइन, स्मैक जैसे नशे के कारोबार में पकउ़े गए तस्करों से अब तक पुलिस की जो पूछताछ हुई है उसमें दिल्ली में बैठे नाईजीरियन ड्रग माफिया का नाम सामने आया है, मगर वह पुलिस की गिरफ्तार अभी कोसों दूर है और नशा दिन प्रतिदिन युवाओं को खोखला करता जा रहा है।
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बतां दे कि फतेहाबाद जिले में फैलते नशे के कारोबार को लेकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुनीता कालिया और स्वास्थ्य अनिल विज के बीच जन परिवाद एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान जबरदस्त तकरार हुई थी।
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पिछले छह माह में पुलिस द्वारा पकड़े गए नशीले पदार्थों पर एक नजर
1. हेरोइन - 1 किलो 291 ग्राम
2. स्मैक -350 ग्राम
3. अफीम - 1 किलो 931 ग्राम
4. गांजा - 21 किलो 450 ग्राम
5. नशीले और प्रतिबंधित इंजेक्शन - 102
6. नशीली गोलियां, 30490
7. नशीले सिरप - 828 बोतल
8. चूरा पोस्त - 1649 किलो
9. शराब - 54866 बोतल

 
 

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