Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 14 Apr, 2018 09:35 AM
जो स्कूल शिक्षा का व्यवसायीकरण कर 134 ए की उल्लंघना कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जो स्कूल मनमानियां कर फीस वसूल रहे हैं उनके लिए मापदंड निर्धारित किए जा रहे हैं। जो इनकी पालना नहीं करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सरकार ने नियम...
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): जो स्कूल शिक्षा का व्यवसायीकरण कर 134 ए की उल्लंघना कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जो स्कूल मनमानियां कर फीस वसूल रहे हैं उनके लिए मापदंड निर्धारित किए जा रहे हैं। जो इनकी पालना नहीं करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सरकार ने नियम अनुसार निर्धारित प्रतिशत भाग गरीब बच्चों के लिए आरक्षित किया है। प्रदेश में 134 ए के नियमों की अनदेखी निजी स्कूलों द्वारा की जा रही है के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि निजी स्कूल सिर्फ अपने फायदे का ध्यान रखते हैं जबकि शिक्षा परोपकार है। एस.वाई.एल. मुद्दे पर कहा कि विपक्ष का काम बोलना है। उन्होंने देवी लाल के साथ 1985 में एस.वाई.एल. की लड़ाई लड़ी थी। एस.वाई.एल. का फैसला माननीय सुप्रीम कोर्ट ने लेना है।
शर्मा ने रणदीप सुरजेवाला व अभय चौटाला की हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को निशाना बनाने की बात पर कहा कि इन्हीं लोगों ने भाजपा सरकार में नौकरियों में पारदर्शिता की सराहना विधानसभा स्तर में की है और पूरा प्रदेश पारदर्शिता से अवगत है। सुरजेवाला खुद तो विधानसभा में आते नहीं है, केवल बयान देकर राजनीति करने का काम उनका है। कांग्रेस में नेता कौन है इसका पता तो कांग्रेसियों को भी नहीं है।