Edited By Shivam, Updated: 13 Nov, 2019 10:18 PM
भाजपा-जेजीपी गठबंधन में जेजेपी जैसी पार्टी जिसे बने 1 वर्ष भी नहीं हुआ उसे इतने वजनदार व आम जनता, किसानों, उद्योग पतियों, श्रमिकों से जुड़े हरियाणा सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग, उद्योग एवं वाणिज्य,...
चंडीगढ़ (धरणी): भाजपा-जेजीपी गठबंधन में जेजेपी जैसी पार्टी जिसे बने 1 वर्ष भी नहीं हुआ उसे इतने वजनदार व आम जनता, किसानों, उद्योग पतियों, श्रमिकों से जुड़े हरियाणा सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग, उद्योग एवं वाणिज्य, श्रम व रोजगार, आबकारी एवम कराधान, राजस्व व आपदा विभाग भवन व सड़कें जैसे विभाग मिलना किसी उपलब्धि से कम नहीं है।
दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला दोनों भाईयों की 1 वर्ष की कड़ी मेहनत के परिणाम स्वरूप विधानसभा चुनावों में जेजेपी ने 10 सीटें जीती। दुष्यंत चौटाला के साथ जिस प्रकार दिग्विजय जींद के उपचुनावों में व सोनीपत के लोकसभा चुनावों में लड़े। उससे जेजेपी का जुझारूपन जनता में स्थापित हुआ। वहीं दिग्विजय चौटाला ने विधानसभा में चुनाव न लड़कर अपने भाई व मां नैना चौटाला के चुनाव को संभाला और बतौर स्टार प्रचारक पार्टी उम्मीदवारों के लिए कड़ी मेहनत की।
हरियाणा की राजनीति में जेजेपी की स्थापना एकाएक धमाके से हुई, इस धमाकेदार एंट्री से सभी राजनैतिक दलों में हलचल मची हुई है। विधानसभा में जिस प्रकार दुष्यंत ने शांतिपूर्ण धैर्य धारण किया वह काबिले तारीफ भी था, क्योंकि विधानसभा में उनका पहला तजुर्बा है, हालांकि लोकसभा में उनका 5 वर्ष का अनुभव रहा है।