Edited By kamal, Updated: 11 Apr, 2019 08:42 AM
लोकसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है। तमाम सियासी दल इस चुनाव में पूरे दमखम के साथ कूदने को बेताब हैं। बेशक हर कोई...
लोकसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है। तमाम सियासी दल इस चुनाव में पूरे दमखम के साथ कूदने को बेताब हैं। बेशक हर कोई इस चुनाव में बाजी मारने को आतुर है लेकिन इस वक्त यौद्धाओं को मैदान में उतारने से पूर्व सभी दल जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों के साथ-साथ अन्य पहलुओं पर अपना फोकस करते हुए उम्मीदवारों का चयन करने में जुटे हुए हैं। हरियाणा की केवल 10 संसदीय सीटों के लिए ही सभी दलों को खूब माथापच्ची करनी पड़ रही है।
हाल ही में इनैलो का भाजपा के साथ व जजपा का आप व कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाने की चर्चाएं खूब चली मगर अब इन अटकलों पर विराम लगने के साथ ही अकेले अपना-अपना दम दिखाने की कवायद के तहत सभी दलों ने मजबूत उम्मीदवार चुनावी दंगल में उतारने पर मंथन शुरू कर दिया है। सत्ताधारी भाजपा ने अपनी पुरानी परम्परा को कायम रखते हुए कांग्रेस व इनैलो से पहले हरियाणा की 10 में से 8 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं।
हालांकि लोसुपा-बसपा गठबंधन द्वारा भी 10 में से 6 उम्मीदवारों को चुनावी टिकट दिया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा द्वारा हिसार व रोहतक दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा के साथ्साथ अन्य दलों के उम्मीदवारों के भी 15 अप्रैल तक चुनावी दंगल में उतरने की सम्भावना है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 11 अप्रैल गुरुवार को शाम 6 बजे कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में बैठक होगी जिसमें हरियाणा की सभी 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए जाने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक उम्मीदवारों के नामों का ऐलान आगामी 2 दिनों के अंतराल में किया जा सकता है। सिरसा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर, हिसार से कुलदीप बिश्नोई, भिवानी-महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी, कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल, अम्बाला से कुमारी शैलजा के अलावा रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा है जबकि सोनीपत से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, फरीदाबाद से अवतार सिंह भडाना, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल व विधायक ललित नागर में से किसी एक पर दांव खेला जा सकता है।
इसी प्रकार करनाल से कुलदीप शर्मा या उनके पुत्र चाणक्य पंडित, वीरेंद्र मराठा के अलावा यदि अरविंद शर्मा को कांग्रेस में जगह मिल जाती है तो वे भी संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। गुरुग्राम संसदीय क्षेत्र से पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, राव दान सिंह, आफताब अहमद व राव धर्मपाल में से किसी एक को टिकट दिया जा सकता है। इनैलो द्वारा अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान 15 अप्रैल को किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार अधिकांश सीटों पर उम्मीदवार लगभग तय किए जा चुके हैं और इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला से मंजूरी मिलने के बाद औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। मगर इतना तय है कि इनैलो की ओर से इस संसदीय चुनाव में चौटाला परिवार का कोई सदस्य मैदान में नहीं उतरेगा।
जजपा और आम आदमी पार्टी में अभी भी चुनावी गठबंधन की संभावनाओं पर विराम नहीं लगा है और दोनों दलों द्वारा समझौते के प्रयास जारी हैं। बताया गया है कि समझौता सिरे चढऩे के बाद जजपा 6 व आप 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। जजपा व आप द्वारा गठबंधन व उम्मीदवारों का फैसला नवरात्रों में ही होने की सम्भावना है। खुद दुष्यंत चौटाला के हिसार से फिर से चुनावी मैदान में उतरना लगभग तय है। इसके अलावा लोसुपा-बसपा गठबंधन द्वारा शेष बची 4 सीटों के लिए भी उम्मीदवारों की घोषणा गुरुवार या शुक्रवार को की जा सकती है। कुल मिलाकर सभी दलों द्वारा सभी 10 संसदीय सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों को 15 अप्रैल तक चुनावी दंगल में उतार दिया जाएगा।