Edited By Deepak Paul, Updated: 17 Jan, 2019 12:25 PM
न्यू तो जींद उपचुनाव म्हैं घणी रौणक लाग्गी पडी सै। जींद म्हैं तो सारी पाॢटयांके बडे नेता इस तरैं आ-जा रह्ये सै जिसा प्रदेस की राजधानी डरै ही बण ग्यी होवै। प्रचार पूरे जोरां पै चाल रह्यै सै। लोग्गां का मन जितण खातर सारे उम्मीदवार घणे लुभावणे वायदे...
मीनू शर्मा: न्यू तो जींद उपचुनाव म्हैं घणी रौणक लाग्गी पडी सै। जींद म्हैं तो सारी पाॢटयांके बडे नेता इस तरैं आ-जा रह्ये सै जिसा प्रदेस की राजधानी डरै ही बण ग्यी होवै। प्रचार पूरे जोरां पै चाल रह्यै सै। लोग्गां का मन जितण खातर सारे उम्मीदवार घणे लुभावणे वायदे बी कर रह्ये है।
कोई विकास कराम की बात कर रह्यै सै अर कोई आपणै जमीन तै जुड्या बतावै। हाण आलेआं नै तो वोटां खातर अपणी एकता बी दिखाणी सुरू कर दी सै। एक प्रचार सभा म्हैं हाथ आलेआं नै अपणी तुलना मिस्त्री अर मजदूर गेल बी कर दी सै। अर जिस नेता नै मिस्त्री बतावै वा लोग्गां नै जोडन का काम करै अर मजदूर कवाण आले नेता लोग्गां की सेवा की मजदूरी करै सै। वोटां पडन म्हैं तो इब्बी कुस दिन बाकी सै पर प्रचार म्हैं कहै जाण आली बातां का अपणा ई मजा सै। बाकी तो टेम बतावैगा कै हाथ आलेआं के नेतावां की यू जुगलबंदी वोटां खातर सै कै बाद म्हैं वी दीखैगी, पर इन बातां तै कुस टेम खातर लोग्गां का मन तो बलोआ जा सकै सै।