Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Jan, 2019 12:58 PM
रे प्रदेस म्हैं राजनीति की राजधानी जींद की चर्चा सै। हर कोई बांगर की रण की बातां करैं सैं। इसनै राजनीति की राजधानी न्यू ई कोणी कहै जावै। जींद की धरती नै बड़े-बड़े नेता का राजनीतिक भविष्य बणाया सै...
मीनू शर्मा: पूरे प्रदेस म्हैं राजनीति की राजधानी जींद की चर्चा सै। हर कोई बांगर की रण की बातां करैं सैं। इसनै राजनीति की राजधानी न्यू ई कोणी कहै जावै। जींद की धरती नै बड़े-बड़े नेता का राजनीतिक भविष्य बणाया सै। यू बात बी सोलह आन्ने सच सै के जींद कदैं एक आजाद रियासत होआ करै था, तबै बी इसकी शानो-शौकत उतनी ई थी, आज बी इसका राजनीतिक महत्व कम कौणी सैं पर जद यू आजाद रियासत होया करैं था। इसका अपणा ई रसूक होया करै था। इस म्हैं कोई दो राय कोणी सै के जींद पहल्यां के प्रदेस म्हैं इतना खास होया करदा या कै, पड़ोसी प्रदेस पंजाब के कपूरथला, पटियाला नाभा तै सीधी बस सेवा उरै की होया करदी थी जो इब्ब बी जारी सै। जींद रियासत का इतिहास जितणा पुराणा सै उतना ई घणा समृद्ध बी सै। बांगर की इस धरती नै बड़े सूरमा पैदा किए सैं, अर एक बार फेर तै यू धरती इन वोटां म्हैं न्यारा इतिहास लिखैगी।