Edited By Rakhi Yadav, Updated: 28 Jul, 2018 08:36 AM
चुनावां का टेम लवै लाग रह्या सै। सारी पार्टियां आल्यां नैं पूरा हांग्गा ला राख्या सै लोग्गां नैं अपणे-अपणे पाले म्हं ल्याण का। कांग्रेस आले हुड्डा ने बुड्ढ़े पटावण खात्तर बोल दिया था अब उसकी सरकार बणी....
अंबाला: चुनावां का टेम लवै लाग रह्या सै। सारी पार्टियां आल्यां नैं पूरा हांग्गा ला राख्या सै लोग्गां नैं अपणे-अपणे पाले म्हं ल्याण का। कांग्रेस आले हुड्डा ने बुड्ढ़े पटावण खात्तर बोल दिया था अब उसकी सरकार बणी तैं वो उणनैं एक गुलाबी अर दो हरे नोट बुढ़ापा पिलसण के देग्गा। बस उसका यू ऐ कहणा था खट्टर बाब्बा कै भी बुड्ढां की याद आयगी। उसनैं भी एक ए झटके म्हं जो पिलसण आगली साल बढ़ाणी वा इबकै हे नवंबर के महीने म्हं बढ़ावण की बात कहकै बुड्ढे राज्जी करण का काम कर दिया।
एक नवंबर नैं अपणे हरियाणे का जन्म हुया था। इस्सै दिन म्हारा हरियाणा पंजाब तैं अलग हो ग्या था। हरियाणे के बनण की खुशी म्हं ही खट्टर बाब्बा नैं बुड्ढे राज्जी करण का काम कर्या सै। इब्बै बुड्ढां का मामल्यां म्हं हरी पगड़ी आल्यां नैं किम्मैं ना बोल्या सै। इणकी ही सरकार के टेम म्हं बुढ़ापा आली पिलसण शुरू करी गयी थी। उसके पाच्छै हुड्डे नैं पिलसण के दाम बढ़ा दिए थे। खट्टर नैं भी सरकार बणाएं पाच्छै पिलसण हर साल दो सौ रपिये बढ़ाण का फैसला लिया था। इसके एक बै फेर टेम तैं पहल्यां पीस्से बढ़ा दिए सैं।