Edited By Rakhi Yadav, Updated: 16 Jul, 2018 08:21 AM
भाई बात सै ऐसी अक जाटां का आरक्षण जाटां के नेतां के ही गले की फांस बणकै उणनैं घणा हिरान कर रह्या सै। इब इन जाटां के नेतां नैं यो डर लाग रह्या सै अक आण आले चुनावां मैं उणके अपणे ही उणकी फीत...
चंडीगढ़: भाई बात सै ऐसी अक जाटां का आरक्षण जाटां के नेतां के ही गले की फांस बणकै उणनैं घणा हिरान कर रह्या सै। इब इन जाटां के नेतां नैं यो डर लाग रह्या सै अक आण आले चुनावां मैं उणके अपणे ही उणकी फीत उतारण नैं त्यार बैठे सैं। एक कैप्टन सहाब नैं तो जाटां का आंदोलन करण आल्यां तैं क्लीन चिट देकै सारा ठीकरा गुलाबी पगड़ी आले के सिर पै फोड़ दिया सै। इब खेती आले वजीर नैं बोल दिया सै अक थाम रोहतक आले मेरे तैं बेशक नाराज हो जइयो पण म्हारी पार्टी तैं नहीं।
इब बात तो लोगां नैं भी चोक्खी तरियां पता सै अक जै लोग उसकी पार्टी नैं नाराज ना होंगे अर वोट उसकी पार्टी तैं देंगे तैं वोट तो उस्से के खाते में पड़ैगी। रोहतक हलके पै गुलाबी पगड़ी आले का कसूत्ता कब्जा रह्या सै। मोटा भाई नैं पूरा हांगा लगा राख्या सै अक इस हलके मैं भगवां लहरा जा। उसनैं आपणे सारे वजीरां तैं साफ बोल दिया सै अक हरियाणे की दस म्हं तैं दस सीट निकाल कै दो। इब्बै तैं हालात माड़े ही दीख रह्ये सैं। पुराणी सीटां नैं बचाणा भी आफत सा बण रह्या सै। जद्दे तो यो वजीर अरदास ला रह्या सै।