Edited By Deepak Paul, Updated: 12 Jan, 2019 01:17 PM
साल 2000 म्हैं उस टेम के प्रधानमंत्री दौरे पर गुमनाम चिट्ठी पहुंची जिस म्हैं डेरा सिरसा की खातर बडा कुछ लिख राख्या था, अर उस म्हैं यह बी लिख्या था के जदे चिट्ठी लिखण आली अपणा नाम लिखैगी तो मार दी जावैगी। उस पै गौर किया गया अर वा चिट्ठी सी.बी.आई. के...
चंडीगढ़(मीनू): साल 2000 म्हैं उस टेम के प्रधानमंत्री दौरे पर गुमनाम चिट्ठी पहुंची जिस म्हैं डेरा सिरसा की खातर बडा कुछ लिख राख्या था, अर उस म्हैं यह बी लिख्या था के जदे चिट्ठी लिखण आली अपणा नाम लिखैगी तो मार दी जावैगी। उस पै गौर किया गया अर वा चिट्ठी सी.बी.आई. के हवाले कर दी ग्यी। जांच सुरू होगी अर सी.बी.आई. नै जांच कराए पाच्छै डेरामुखी पै केस दर्ज कर लिया।
मामला घणा लम्बा चाल्दा रह्या। अर इस मामले म्हैं 150 तै घणी पेशियां होई। अर साल 2017 म्हैं डेरा मुखी नै इस मामले म्हैं सजा बी हो ग्यी अर वा जेल म्हैं सै। इसी तरैं एक पत्रकार के मर्डर के मामले म्हैं 16 साल बाद कोर्ट नै अपणा फैसला दिया सै अर डेरामुखी नै दोषी करार दिया सै अर जल्द ही उसनै इस मामले म्हैं सजा बी सुनाई जावैगी फैंकेगा।