Edited By Rakhi Yadav, Updated: 18 Jul, 2018 08:48 AM
जद तैं भगवांधारियां की सरकार बणी सै आंदोलन खत्म होण का नाम कोनी ले रह्ये। कदे मास्टर तो कदे दूसरे कर्मचारी आंदोलन करकै सरकार नैं हिरान करण का काम कर रह्ये सैं। थाड़े दिनां पहल्यां मास्टरां ...
चंडीगढ़: जद तैं भगवांधारियां की सरकार बणी सै आंदोलन खत्म होण का नाम कोनी ले रह्ये। कदे मास्टर तो कदे दूसरे कर्मचारी आंदोलन करकै सरकार नैं हिरान करण का काम कर रह्ये सैं। थाड़े दिनां पहल्यां मास्टरां का आंदोलन खत्म होया था। काल एक बामण तो मरण ताईं खाणा ना खाण की जिद लेकै हरियाणे के कर्मचारी लगाण आले दफ्तर कै सामणै बैठ ग्या था। इब आशा वर्कर एक बै फेर सरकार के गेलां लाग ग्यीं सैं। उणका कहणा सै अक सरकार कै गैल्यां जिद पहली बार जूत बजाए थे तो सरकार नैं उणकी 9 मांग मान ल्यी थी।
इब ताईं सरकार नैं उनकी मांग लागू ना करी सैं। जिब ताईं सरकार उणकी मांगा पै नोटिफिकेशन जारी नां करैगी उणकी हड़ताल चालती रवैगी। इब भगवांधारियां की सरकार नैं यो आशा वर्कर भी मणाणी पड़ैंगी। चुनावां का टेम आरा रह्या सै। सरकार नैं सारे राज्जी राखणे पडैंग़े। जिण नैं भी राज्जी ना राख सकैंगे वो ही सरकार की गोभी खोदण का काम कर देवैंगे। इब ताईं सरकार कई तरियां के आंदोलनां का सामणा कर चुकी सै। इब यो आशा वर्करां का नया सांग शुरू हो ग्या सै।