Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 31 Jul, 2021 08:10 PM
शहर में मलबे का निस्तारण करने वाली कंपनी आईएल एंड एफएस द्वारा एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन कर अन्य एजेंसी को काम सबलेट करने का मामले में शनिवार को सदन की बैठकर में जमकर हंगामा हुआ।
गुडग़ांव (ब्यूरो): शहर में मलबे का निस्तारण करने वाली कंपनी आईएल एंड एफएस द्वारा एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन कर अन्य एजेंसी को काम सबलेट करने का मामले में शनिवार को सदन की बैठकर में जमकर हंगामा हुआ। बैठक में पार्षदों ने कहा कि निगम अधिकारी सही कार्य करने वालों को परेशान करती है और जो कार्य नहीं करते उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पार्षदों ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगम अधिकारियों की इस लापरवाही के कारण शहर में जगह-जगह मलबे के ढेर लग गए हैं। इस पर मेयर व निगम पार्षदों ने कहा कि आईएल एंड एफएस की जांच होनी चाहिए और शहर में जगह-जगह मलबा उठाने वाली एजेंसी प्रगति को इनफोर्समेंट देकर शहर से मलबे के ढेरों को समाप्त करवाया जाए।
वार्ड-19 के पार्षद अश्वनी शर्मा व मेयर मधु आजाद की इस मांग पर निगमायुक्त ने कहा कि आईएल एंड एफएस की जांच शुरू कर दी है। जल्द ही कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी और दो दिन के बाद प्रगति एजेंसी के साथ बैठक कर उनसे मलबा उठाने का कार्य शुरू करवाया जाएगा। कंपनी को जो समस्या होगी उसे दूर किया जाएगा।
बता दें कि नगर निगम ने एक निजी कंपनी को बसई में सीएंडडी का निस्तारण करने के लिए बीस वर्ष के लिए एग्रीमेंट साइन किए थे। एग्रीमेंट की शर्ताे के अनुसार कंपनी बसई प्लांट का चलाने का कार्य किसी अन्य एजेंसी को सबलेट नहीं कर सकती है, जबकि एग्रीमेंट में कंपनी थोड़े हिस्से का कार्य अन्य एजेंसी से सहयोग ले सकती है, लेकिन यहां कंपनी ने नियमों को ताक पर रखकर प्लांट चलाने का कार्य किसी अन्य एजेंसी को जारी कर दिया है। इसी को लेकर पंजाब केसरी ने शुक्रवार को नियमों को ताक पर रखकर कंपनी ने अन्य एजेंसी को काम किया सबलेट शीर्षक के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर पर संज्ञान लेते हुए नगर निगम की मेयर मधु आजाद ने शुक्रवार को ही संयुक्त आयुक्त मुख्यालय को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं और जांच रिपोर्ट भी 4 अगस्त तक मेयर कार्यालय में जमा करवाने के निर्देश दिए हैं।