Edited By Naveen Dalal, Updated: 24 Jun, 2019 09:58 AM
एक तरफ जहां जिले में ड्रेनो में पानी छोड़ कर किसानों को सिंचाई के लिए नहरी पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। वही कुछ माइनर व डिस्ट्रीब्यूटरी ऐसी भी है जिनमें लंबे...
नूंह (ब्यूरो): एक तरफ जहां जिले में ड्रेनो में पानी छोड़ कर किसानों को सिंचाई के लिए नहरी पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। वही कुछ माइनर व डिस्ट्रीब्यूटरी ऐसी भी है जिनमें लंबे समय से पानी नहीं छोड़ा गया है। जिसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी फ सलें सूख रही है। जी हां ऐसा ही हाल उपमंडल के गांव संगेल को लेकर है। संगेल गांव में फ सल की सिंचाई के लिए बिल्कुल भी जमीनी पानी नहीं है और गांव की खेती पूरी तरह से कलिंजर डिस्ट्रीब्यूटरी पर निर्भर करती है।
संगेल गांव के किसान महेंद्रपाल, मदन सिंह, अजीत, दीपक, केशव, सुखपाल सिंह, प्रेम सिंह आदि का कहना है कि डिस्ट्रीब्यूटरी में काफी समय से पानी नहीं छोड़ा गया है। बीच में जरूर थोड़ा बहुत पानी छोड़ा गया लेकिन वह संगेल गांव में डिस्ट्रीब्यूटरी की टेल तक नहीं पहुंच पाया। वर्तमान में नहरी पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता किसानों को है। पानी न आने के कारण ज्वार कपास बाजरा आदि फसलें सूख रही है। पशुओं को हरा चारा नहीं मिल पाने के कारण दिक्कत हो रही है।
कई बार विभागीय अधिकारियों को समस्या से अवगत करवाया जा चुका है लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। किसानों ने स्पष्ट कहा कि 2 दिन में यदि डिस्ट्रीब्यूटरी की सफ ाई करवा कर पानी नहीं छोड़ा गया तो वे सड़कों पर उतर आएंगे। जिसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा।