Edited By kamal, Updated: 22 Apr, 2019 11:49 AM
कस्बे के मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। प्रशासन फिर भी कुभंकर्णी नीद मे...
सोहना: कस्बे के मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। प्रशासन फिर भी कुभंकर्णी नीद मे सोया हुआ है। बता दें कि सोहना कस्बे मे जाम लगना एक आम बात हो गई है। कस्बे का अग्रसेन मार्ग, फब्बारा चौक, लेबर चौक, बस अड्डा रोड आदि के अलावा सब्जी मण्डी एरिया मे जाम कुछ ज्यादा ही लगता है।ट्रैफिक जाम के समय पहले खुद जल्दी निकलने के चक्कर मे वाहन चालकों के वाहन आपस मे भिड़ जाते हैं वहीं तकरार व लडाई झगड़े तक पर उतारू हो जाते हैं।
उस समय परेशान होकर लोग शासन व प्रशासन को कोसते नजर आते हैं। जाम लगने के मुख्य कारण सोहना कस्बे के दूकानदारों द्वारा अपनी दूकानों के आगे काफी दूर तक सामान को लगाना, दूसरी और कस्बे के कुछ ऐसे व्यापारी हैं जो बड़ी-बड़ी गाडियों को अपने गोदामों व दूकानों के आगे लगवाकर सामान उतरवाते व लोड करवाते हैं। कुछ दूकानदारों का रवैया इतना खराब हो चुका है कि ग्राहकों के वाहनो को अपनी दूकानों के आगे पार्क करवाकर उन्हे सामान देने मे लगे रहते हैं।
उनकी तरफ से चाहे जाम लगे या लोग परेशान हों उन्हे इस बात का कोई सारोकार नही होता सिर्फ उनका सामान बिकना चाहिए। कुछ लोग गांवों से खरीदारी करने के लिए ट्रेक्टर ट्राली, जीप, कार आदि वाहनो को लेकर आते हैं व अपने वाहनो को जहां थोड़ी जगह मिली वहीं पार्क करके बाजार मे खरीदारी करने चले जाते हैं जोकि कई-कई घण्टे तक वापस नही लौटते। उस समय जाम की स्थिति बन जाती है। ट्रैफिक जाम के लगने के और भी कई कारण हैं एक तरफ वाहनो की सख्ंया बढऩा दूसरी तरफ कस्बे मे पार्किंग स्थल का अभाव होना। सब से ज्यादा जाम लगाना मे सहायक वाहन चालकों की मानी जाती है।
यहां के लोगों ने हल्का विधायक से अपनी गुहार लगाई थी कि कस्बे मे लगने वाले टै्रफिक जाम से निजात दिलवाई जाऐं। जिसके लिए हल्का विधायक ने प्रयास भी किऐं थे। किन्तु समस्यां का समाधान नही हो पाया। इन दिनों किसान की फसल का सीजन होने के कारण भी कस्बे की अनाज मण्ड़ी ऐरियां में जाम की समस्यां ४यादा बनी रहती है। कस्बा वासियों की मांग है कि कस्बे मे स्थाई सरकारी पार्किग स्थल बनाए जाऐ ताकि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अपने वाहनो को इन पार्किेग स्थलों मे खड़ा कर सकें व कस्बे के मुख्य मार्गों पर अवरोध लगा कर बड़ी गाडिय़ों का शहर मे प्रवेश रोका जाए।