Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2019 12:30 PM
नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जिला स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। जिसका मुख्य कारण यहां बन रही सीएचसी निर्माण में देरी है। पहले इस सीएचसी की इमारत
तावडू (आ): नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जिला स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। जिसका मुख्य कारण यहां बन रही सीएचसी निर्माण में देरी है। पहले इस सीएचसी की इमारत को तैयार कर 30 जून से पहले स्वास्थ्य विभाग को सौंपने की बात थी जिसे बाद में बढ़ाकर 30 जुलाई कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी इसे तैयार करने में तारीखों पे तारीख रखी जा रही हैं। जबकि स्वयं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी दबी जुबान से इसमें अभी ओर अधिक समय लगने की बात कर रहे हैं।
बता दें कि, करीब दो एकड़ में बनने वाली इस बहु मंजिला ईमारत का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में ही शुरू हो गया था। अब करीब तीन साल होने को आ रहे हैं फिर भी यहां के लोग उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम हैं। या यूं कहें कि सरकार व प्रशासन की ढ़ील के चलते लोग अपने खून-पसीने की कमाई निजि क्लीनिकों में लुटाने को मजबूर हैं। क्योंकि बार बार तावडू सीएचसी के तैयार होने बढ़ती डैडलाइन के साथ ही क्षेत्र के लोगों को उच्च स्तरीय जांच या ईलाज के लिए गुरूग्राम या दिल्ली का रूख करना पड़ता है।
यहां यह भी ज्ञात रहे कि तावडू में इस सीएचसी के निर्माण में कार्यकारी अभियंता जगभूषण व विभाग के जेई अवेश कुमार और प्रवर चिकित्सा अधिकारी नूंह डॉ.गोबिंद शरण का विशेष योगदान रहा है जिन्होंने समय-समय पर आकर इस तीन मंजिला इमारत के भव्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है। वहीं स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर पर लागू कराने के लिए भी डॉ. गोबिंद शरण को एक कर्मठ अधिकारी के रूप में जाना जाता है।