Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 27 Nov, 2021 08:11 PM
खुद को आईएएस अधिकारी बताकर फौज में नौकरी दिलाने के नाम पर 83 हजार रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। सदर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपित को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर...
गुडग़ांव, (ब्यूरो): खुद को आईएएस अधिकारी बताकर फौज में नौकरी दिलाने के नाम पर 83 हजार रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। सदर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपित को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
मूलरूप से झारखंड के रांची के रहने वाले विकेश गुप्ता झाड़सा गांव में किराये पर रहते हैं और एक निजी बैंक में कार्यरत हैं। विकेश ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि उनके साथ प्रेम प्रसाद नामक एक व्यक्ति बैंक में ही नौकरी करता है। प्रेम प्रसाद ने उसको रोशन पांडे नामक व्यक्ति से मिलवाया। जिसने खुद को बिहार के भागलपुर जिला के गांव बजानी का मूल निवासी बताया था। यह भी बताया कि वह गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। रोशन पांडे ने अपनी वाट्सएप डीपी पर गले में गृह मंत्रालय की आइडी का कार्ड लगा हुआ फोटो भी लगा रखा था। डीपी देखने के बाद यकीन भी हो गया कि वह गृह मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी होगा। रोशन पांडे ने उसको अपने कोटे से फौज में भर्ती कराने का झांसा दिया। इसके बदले में उसने खर्चे के लिए कुछ रकम उसके खाते में डालने के लिए कहा। जो चार अलग-अलग ट्रांजेक्शन के माध्यम से 83 हजार सात सौ रुपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए। डीआरडीओ का फार्म भी भरवाया। उस फार्म के साथ सभी शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र की फोटो कापी भी लगवाई। उसके बाद वह लगातार रोशन पांडे से संपर्क करते रहे। नौकरी न लगवा पाने पर उनको कुछ शक हुआ। इस आधार पर सदर थाना पुलिस में शिकायत दी। पुलिस जांच में फर्जी आईएएस पाया गया।