Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Mar, 2019 10:58 AM
जिला नशे की गर्त में बुरी तरह से डूबा हुआ है। जिले में स्मैक, नशीली गोलियां, अफीम...
फतेहाबाद(ब्यूरो): जिला नशे की गर्त में बुरी तरह से डूबा हुआ है। जिले में स्मैक, नशीली गोलियां, अफीम, चूरापोस्त का प्रचलन तो काफी समय से है, लेकिन लोकसभा चुनावों के मद्देनजर नशे के कारोबारियों की बांछें खिली हुई हैं क्योंकि लोकसभा चुनावों में नशीले एवं मादक पदार्थों की बिक्री में बढ़ौतरी होती है। जिला पुलिस के लिए लोकसभा चुनावों के दौरान मादक पदार्थों पर प्रतिबंध लगाना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि पुलिस ने नशे पर रोक लगाने के लिए योजना बनाई है जिसमें पंजाब पुलिस के साथ मिलकर नशे को रोकने के लिए कार्रवाई की जानी है।
गौरतलब है कि जिले में पंजाब के 2 जिले मानसा व संगरूर की सीमाएं लगती हैं और इन्हीं सीमाओं के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी धड़ल्ले से की जाती है। दर्जनों बार पंजाब की सीमाओं से पुलिस ने भारी मात्रा में नशीले पदार्थों को पकड़ा है। फि लहाल लोकसभा चुनावों में नशे पर काबू पाना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती माना जा रहा है ।