महिला महाविद्यालय में छात्राओं को मिलेगा तनावमुक्त माहौल

Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Jul, 2018 01:01 PM

women s college will get a relaxed atmosphere

नए सेशन में कालेज में दाखिला लेने वाली छात्राओं को तनावमुक्त माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए कालेज में काउंसलिंग विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है। पहले से ही कई उलझने लेकर कॉलेज पहुंचने वाली छात्राओं को पढ़ाई का बोझ तनाव और मानसिक अवसाद तक...

फरीदाबाद (ब्यूरो ) नए सेशन में कालेज में दाखिला लेने वाली छात्राओं को तनावमुक्त माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए कालेज में काउंसलिंग विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है। पहले से ही कई उलझने लेकर कॉलेज पहुंचने वाली छात्राओं को पढ़ाई का बोझ तनाव और मानसिक अवसाद तक पहुंचाता है। ऐसे में पंद्रह से बीस फीसदी छात्राएं बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती हैं। इससे निपटने के लिए राजकीय महिला महाविद्यालय ने पहली बार ठोस कदम उठाए हैं। इसको लेकर कॉलेज में छात्राओं की काउंसलिंग के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की है। जिसमें मनोविज्ञान की प्रोफेसर और मनोरोग विशेषज्ञों को इसमें शामिल किया गया है।
 

कालेज प्राचार्य डा. भगवती राजपूत बताती हैं कि अधिकांश छात्राएं कॉलेज में कई उलझने साथ लेकर आती हैं। यह उलझने पारिवारिक और व्यक्तिगत होती हैं। छात्राओं को उस समय कोई समाधान कहीं मिलता नहीं हैं और वह अवसाद का शिकार हो जाती हैं। ऐसी छात्राएं बीच में ही कॉलेज छोड़ देती हैं। कई बार आत्महत्या जैसा कदम भी उठाती हैं। हालांकि उनके कॉलेज में ऐसी घटना नहीं हुई है। लेकिन बहुत सी छात्राएं बीच में पढ़ाई छोड़ देती हैं और उनकी शादी कर दी जाती है। परिवार के पास आज भी लड़की की समस्या का समाधान उसकी शादी कर देना है। जबकि समस्या कुछ और होती है। 
 

छात्राओं की पीड़ा देखी तो उठाया कदम 
प्राचार्या भगवती राजपूत बताती हैं कि कॉलेज पहुंचने वाली छात्राओं में अक्सर असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है। कई छात्राओं को अवसाद की पीड़ा देखकर उन्होंने यह कदम उठाया है। छात्राओं की स्कूल में जन्मी उलझने पढ़ाई और अभिभावकों का दवाब इस समस्या को और बढ़ाता है। ऐसे में अगर छात्राओं की काउंसलिंग की जाएगी तो छात्रा को मानसिक बीमारी से दूर रखा जा सकता है। उनका उद्देश्य है कि छात्राएं बिना किसी तनाव के पढ़ाई करें और सुखद जीवन जिएं।

कॉलेज में योगशाला और जिम
प्राचार्या भगवती राजपूत बताती हैं कि कॉलेज में योगशाला तैयार की गई है। कॉलेज में पहले से जिम है।  जिसे छात्राओं के लिए खोल दिया गया है। योगाभ्यास और प्राणायाम के माध्यम से किसी भी अवसाद या तनाव को दूर किया जा सकेगा। ऐसी छात्राओं के लिए योगशाला में योग कक्षाएं अनिवार्य की गई हैं। अन्य छात्राएं भी योग कक्षाएं ले सकती हैं। कॉलेज में छात्राओं के लिए जिम और योगाभ्यास को अनिवार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षक नियुक्त कर दिए जाएंगे।
 

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