Edited By Deepak Paul, Updated: 07 Sep, 2018 01:11 PM
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व अन्य ने एसआरएस लिमिटेड व अन्य के खिलाफ लगभग 991 करोड़ रुपए की रिकवरी का नोटिस जारी किया है। बैंक द्वारा जारी किए गए इस नोटिस में एसआरएस के निदेशकों को 17 सितम्बर को पेश होने के लिए कहा गया है। यह नोटिस बैंक द्वारा विज्ञापनों...
फरीदाबाद(महावीर गोयल): स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व अन्य ने एसआरएस लिमिटेड व अन्य के खिलाफ लगभग 991 करोड़ रुपए की रिकवरी का नोटिस जारी किया है। बैंक द्वारा जारी किए गए इस नोटिस में एसआरएस के निदेशकों को 17 सितम्बर को पेश होने के लिए कहा गया है। यह नोटिस बैंक द्वारा विज्ञापनों के माध्यम से भी जारी किया गया है। नोटिस में एसआरएस लिमिटेड सहित 13 डायरेक्टरों व कंपनियों को नोटिस जारी किया गया है। उधर, एसआरएस के निदेशक अनिल जिंदल, बिशन बंसल, विनोद मामा, नानक तायल आदि पहले से ही अनेक मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व अन्य ने एसआरएस लिमिटेड व अन्य के खिलाफ आज 991 करोड़ 5 लाख 27 हजार 542 रुपए 78 पैसे की रिकवरी का नोटिस जारी किया है। बैंक द्वारा जारी इस नोटिस में एसआरएस लिमिटेड के साथ-साथ डायरेक्टर अनिल जिंदल, डायरेक्टर सुनील जिंदल, राजू बंसल, विनोद गुप्ता, एसआरएस बिल्डकॉन लिमिटेड एंड टैक्नॉलॉजी लिमिटेड, एसआरएस होल्डिंग इंडिया लिमिटेड, लेटेस्ट आईटी सोल्यूशन इंडिया लिमिटेड, बीटीएल पोर्टफोलियो लिमिटेड, एसआरएस इंटरनेशनल लिमिटेड, बीटीएल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के नाम शामिल हैं। बैंक द्वारा दिए गए इस नोटिस में लिखा गया है कि 17 सितम्बर को यदि उक्त व्यक्ति और कंपनी पेश नहीं हुईं तो कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ा दी जाएगी।
कई बड़े चेहरे हो सकते हैं बेनकाब: सूत्रों की माने तो एसआरएस गु्रप ने देश के विभिन्न बड़े नेताओं, मंत्रियों, आईएएस, आईपीएस, अधिकारियों सहित अनेक बड़े व रसूदखदार लोगों से पैसा लिया हुआ है। यदि इस मामले की जांच गहराई से की गई तो एसआरएस गु्रप के निदेशक इन नामों का खुलासा कर सकते हैं।
हालांकि आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में एसआरएस ग्रुप के कार्यालयों से संबंधित दस्तावेज व कंप्यूटर जब्त किए जा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद आयकर विभाग द्वारा अभी तक किसी भी बड़े चेहरे के नाम का न तो खुलासा किया गया है और न ही किसी के यहां छापेमारी हुई है जबकि 100 से अधिक ऐसे लोगों के यहां छापेमारी आयकर विभाग कर चुका है जो सामान्य किस्म के लोग एसआरएस गु्रप के लिए पैसा जमा करने का काम कर बिचौलिए का काम करते थे।
सीबीआई जांच की मांग
एसआरएस गु्रप ने जहां एक तरफ बैंकों से हजारों करोड़ लोन लिया हुआ है वहीं दूसरी ओर आम लोगों से भी विभिन्न तरीकों से भारी राशी ब्याज पर ली हुई है। यह राशि किसी से फ्लैट के नाम पर तो किसी से एफडी के नाम पर तो किसी से निवेश के नाम पर ली हुई है। इस मामले को लेकर निवेशक सैंकड़ों शिकायतें पुलिस आयुक्त को सौंप चुके हैं। इसके अलावा यह मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा भी दिल्ली में उठाया गया था। फरीदाबाद के निवेशकों ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की हुई है। निवेशकों का आरोप है कि एसआरएस गु्रप द्वारा फाइनेंस की आड़ में किया गया गड़बड़झाला 20 से 30 हजार करोड़ रुपए का है।
इतना ही नहीं निवेशकों ने एसआरएस गु्रप द्वारा विभिन्न बैंकों से लिए गए लगभग 7 हजार करोड़ रुपए की सूचि भी पुलिस ,मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सीबीआई व ईडी सहित अनेक बड़े लोगों को भेजी हुई है।