Edited By Rakhi Yadav, Updated: 17 Jul, 2018 08:46 AM
नगर निगम क्षेत्र में ठेकेदारों द्वारा बनाई गई अनेक सड़कें दम तोड़ रही हैं। इसके बावजूद भी इन ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कमीशनखोरी के चक्कर में सड़कों की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया ....
फरीदाबाद(महावीर गोयल): नगर निगम क्षेत्र में ठेकेदारों द्वारा बनाई गई अनेक सड़कें दम तोड़ रही हैं। इसके बावजूद भी इन ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कमीशनखोरी के चक्कर में सड़कों की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया जा रहा है। हालांकि सड़क बनाने के बाद ठेकेदार की सड़क के रख-रखाव या उसमें कोई कमी होने पर 5 साल की गारंटी तय की जाती है तथा गारंटी के बाबत कुल लागत का 10 प्रतिशत राशि नगर निगम के पास जमा रहती है।
ताकि सड़क निर्माण के बाद यदि ठेकेदार सड़क का रख-रखाव न करे तो उक्त राशि से उसका रख-रखाव किया जाए या फिर वह राशि नगर निगम द्वारा जब्त की जा सकती है। कथित ठेकेदारों से मिलीभगत से न केवल विकास कार्यों की गुणवत्ता में कमी आ रही है बल्कि राजस्व को भी नुक्सान हो रहा है। इस मामले में डिप्टी मेयर मनमोहन सिंह ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर इस मामले में कमेटी का गठन करने की अपील की है ताकि सड़क की गुणवत्ता में कमी आने पर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए सके।
नगर निगम द्वारा बनवाई गई सड़कों की गुणवत्ता पर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। अधिकारियों व नेताओं की ठेकेदारों के साथ कथित मिलीभगत से सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने के आरोप लगते हैं। जिससे सड़क चंद दिनों में ही दम तोड़ देती हैं। ज्यादातर सड़कें ऐसी हैं जो एक बरसात में ही टूट जाती हैं जिसके चलते नगर निगम को आर्थिक नुक्सान तो होता ही है लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ठेकेदार सड़क निर्माण में क्या निर्माण सामग्री इस्तेमाल कर रहा है, इसकी अधिकारी मौके पर जाकर न तो इसकी जांच करते हैं और न ही मीजरमेंट बुक ही रोजाना भरी जाती है।