Edited By Deepak Paul, Updated: 24 Jun, 2018 06:07 PM
देश के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिलों के लिए अभी साल में एक बार ही नीट और जेईई परीक्षा आयोजित की जाएगी। दिसम्बर 2018 से साल में दो बार प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की अफवाहों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है। नेशनल...
फरीदाबाद(सुधीर राघव): देश के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिलों के लिए अभी साल में एक बार ही नीट और जेईई परीक्षा आयोजित की जाएगी। दिसम्बर 2018 से साल में दो बार प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की अफवाहों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) गठित होने के बाद ही इस पर फैसला होगा। आईआईटी, ट्पिलआईटी, एनआईटी और एमएनआईटी जैसे देश के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में जेईई मेन्स और एडवांस्ड के जरिए दाखिला दिया जाता है।
हर साल अलग-अलग आईआईटी इस परीक्षा का आयोजन करती है, जबकि देशभर में मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए सीबीएसई नीट आयोजित करती है। वित्तीय वर्ष 2017-2018 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिलों के लिए ऐसी सभी परीक्षाओं का आयोजन करने को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के गठन की घोषणा की थी। इसके गठन की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर को दी गई है।
मंत्रालय का इनकार
हजारों छात्रों को परेशान होता देख एजुकेशन एक्टिविस्ट डॉ. अमित गुप्ता ने सत्यता पता लगाने के लिए एमएचआरडी से सूचना के अधिकार में एनटीए के गठन और परीक्षाओं के आयोजन की जानकारी मांगी। एमएचआरडी के सीपीआईओ कुनंदननाथ सिंह ने जवाब में बताया कि अभी तक तो एनटीए का ही गठन नहीं हो सका है। यह काम वर्ष 2019 के बाद ही पूरा हो सकेगा। उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिलों के लिए गठित की जाने वाली यह संस्था जब पूरी तरह से काम करने लगेगी, तो पहले परीक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करेगी। इसके बाद भी जेईई और नीट साल में एक बार आयोजित हो या इससे अधिक इस बाबत भी फैसला एनटीए ही लेगा।