Edited By Naveen Dalal, Updated: 15 Jul, 2019 10:51 AM
फरीदाबाद समेत दिल्ली एनसीआर में बारिश नहीं होने के लिए मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया है। इसके चलते वातावरण में धूल कर्ण और धुएं का गुबार फैला हुआ हैं जो बारिश वाले बादलों को आने ही नहीं दे रहे हैं...
फरीदाबाद (ब्यूरो): फरीदाबाद समेत दिल्ली एनसीआर में बारिश नहीं होने के लिए मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया है। इसके चलते वातावरण में धूल कर्ण और धुएं का गुबार फैला हुआ हैं जो बारिश वाले बादलों को आने ही नहीं दे रहे हैं। इसी का कारण है की वातावरण में उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से बीके सरकारी अस्पताल में भी हर रोज 20 मरीज अस्थमा से पीड़ित पहुंच रहे है। फरीदाबाद का बल्लभगढ़ 285 एक्यूआई के साथ सबसे प्रदूषित कस्बा रहा।
वहीं निजी अस्पतालों में तो और भी बुरा हाल है। लिहाजा डॉक्टर इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मौजूदा मौसम में हवा की रफ्तार भी 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा है। ऐसे में सड़कों पर धूल उड़ रही है और लोगों में सांस की बीमारी बढ़ रही है। खासकर बुजुर्ग, बच्चे समेत दमा और ह्दय के मरीज। वह उन्नत किस्म का मास्क लगाकर घर से निकलें।
जानकारों की माने तो पश्चिमी राजस्थान के रेगीस्तानी क्षेत्रों से लगभग 16 किलोमीटर की रफ्तार से धूलभरी हवा चल रही है। इससे भी भी शहर में पॉल्यूशन का स्तर बढ़ रहा है। इसके अलावा शहर में छोटी बड़ी करीब 30 हजार औद्योगिक इकाईयां, वाहन प्रदूषण के अलावा जगह-जगह कंस्ट्रक्शन साइट चल रहे हैं। साथ ही यहां की सड़कों पर उड़ती धूल भी लोगों को बीमार कर रहा हैै।